देश के कई विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा किये जा रहे आन्दोलन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Sha) ने कहा कि आंदोलन करने वाले विद्यार्थियों को नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए (Citizenship Amendment Act) पढ़ना चाहिए, इसमें कहीं पर भी भारत के अल्पसंख्यकों की नागरिकता की बात नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए (Citizenship Amendment Act) में केवल अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताडना सहकर आए वहां के अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है।
शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए (Citizenship Amendment Act) नागरिकता लेने का नहीं देने का प्रावधान है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नई दिल्ली के द्वारका में भारत वंदना पार्क का उद्घाटन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत वंदना पार्क (Bharat Vandana Park) आने वाले समय में पर्यटन का सेंटर बनेगा और दिल्ली आने का मार्ग द्वारिका के इस पार्क से होते हुए पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
‘नेहरूलियाकत समझौते का पालन पूर्व में नहीं किया गया किंतु नरेंद्र मोदी ने इस समझौते का पालन किया और लाखों लोगों को शरण देने का काम किया है।’ अमित शाह ने कहा।
शाह का यह भी कहना था कि नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए (Citizenship Amendment Act) पर विपक्ष देश को गुमराह करने में लगा है।
उन्होंने विरोध करने वाले राजनीतिक दलों से कहा कि आपको जो राजनीतिक विरोध करना है करो, नरेंद्र मोदी सरकार ढृढ है कि आए हुए शरणार्थियों ( refugees) को नागरिकता दी जाएगी ।
Follow @JansamacharNews