चण्डीगढ, 16 मई (जनसमा)। केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री अनंत कुमार ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की गई मांगों को मौके पर ही स्वीकृत करते हुए घोषणा की कि हरियाणा में दो और नए सीपेट (सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी) स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दो नए सीपेट संस्थान बनाए जाएंगे उनमें से एक दक्षिण हरियाणा और दूसरा पश्चिम हरियाणा में बनाया जाएगा। इसके अलावा, पानीपत में डेढ़ हजार करोड़ रुपये की लागत से 75 एकड़ क्षेत्र में प्लास्टिक पार्क स्थापित किया जाएगा, करनाल में 100 एकड़ क्षेत्र में फार्मा पार्क स्थापित किया जाएगा।
अनंत कुमार सोमवार देर शाम मुरथल स्थित सीपेट संस्थान में 31.64 करोड़ रुपये की लागत से बने दो हास्टलों (ब्वाएड एंड गर्ल्स) के उद्घाटन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। कुमार ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी नीतियों को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में जो डिग्री बच्चों को दी जाएगी उससे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हरियाणा का नाम रोशन होगा। उन्होंने कहा कि हमने मैन पावर पर एक सर्वे करवाया है। इसके तहत देश में 10 लाख प्लास्टिक इंजीनियरों व तकनीशियनों की आवश्यकता है, लेकिन हमारे पास मुश्किल से दो लाख उपलब्ध हैं। आज खेत में पीवीसी पाइपों से लेकर, आटोमोबाईल, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और यहां तक की अंतरिक्ष में मंगलयान और रक्षा क्षेत्र में भी प्लास्टिक की भारी मांग है। आज हम प्लास्टिक युग में प्रवेश कर चुके हैं और इस क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर बनें इसके लिए देशभर में इस तरह के सीपेट केंद्र खोले जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज जिस तरह से भारत का नाम आईटी के क्षेत्र में है, भविष्य में पीटी (प्लास्टिक टैक्नोलाजी) के क्षेत्र में भी हम मशहुर होंगे। इस कार्य में मुरथल सीपेट सहित देश के यह सभी संस्थान मुख्य भूमिका निभाएंगे। उन्होंने हरियाणा सरकार की सक्षम युवा योजना को सीपेट केंद्रों से जोडऩे की दिशा में केंद्र सरकार व हरियाणा सरकार के मध्य एक एमओयू करने के आदेश अपने मंत्रालय के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि पानीपत में स्थापित किए जाने वाले प्लास्टिक पार्क में 30 हजार प्लास्टिक इंजीनियरों व तकनीशियनों को रोजगार मिलेगा।
(फाइल फोटो)
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