नई दिल्ली, 19 अगस्त (जनसमा)। केन्द्रीय जल आयोग ने बाढ़ के दौरान अत्यंत सक्रियता दिखाते हुए सभी संबंधित एजेंसियों को लगभग 3200 बाढ़ पूर्वानुमान जारी किए जो समय पर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनकी जिंदगी की रक्षा करने की दृष्टि से जिला प्रशासन के लिए बेहद लाभप्रद साबित हुए हैं।
दूसरी ओर देश के अनेक राज्यों में बाढ और बारिश के कारण करोडों लोग बेघरबार होगए हैं और सैंकडों लोगों की मौत हो गई है। अभी भी बिहार, उत्तर प्रदेश,असम,ओडिशा और पश्चिम बंगाल में नदियां उफान पर हैं और नदियों के कैचमेंट वाले इलाकों में कहीं कहीं बारिश होरही है।
नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने देश में बाढ़ की स्थिति और इस दिशा में राष्ट्रीय स्तर पर उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा के लिए आज नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और त्वरित कदम उठाये जाने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, मंत्रालय ने बाढ़ के अंदेशे को ध्यान में रखते हुए सात विशिष्ट जिला-वार परामर्श और जहां भी आवश्यकता हुई वहां पानी छोड़ने के लिए बांध-वार परामर्श जारी किए हैं, ताकि एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की जल्द तैनाती और जलाशय के फाटकों का बेहतर संचालन संभव हो सके।
भारत सरकार विभिन्न स्तरों पर नेपाल सरकार के साथ लगातार बातचीत कर रही है, ताकि संयुक्त रूप से बांधों की योजना बनाकर नेपाल से आने वाली नदियों से बाढ़ की वजह से होने वाली तबाही कम की जा सके।
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