नई दिल्ली, 20 अप्रैल (जनसमा)। उत्तराखण्ड में नमामि गंगे परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने की जरूरत है क्योंकि केन्द्र सरकार हरिद्वार को नमामि गंगे कार्यक्रम का मॉडल नगर बनाना चाहती है। इस बारे में उमा भारती ने गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक गंगा के किनारों का सर्वेक्षण करने के निर्देश भी दिए।
नई दिल्ली में उत्तराखण्ड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती से गुरूवार को मुलाकात की। दोनों नेताओं ने बैठक के दौरान राज्य में नमामि गंगे परियोजनाओं के अब तक के कार्यान्वयन की समीक्षा की।
कौशिक ने सुश्री भारती को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि वे सुनिश्चित करेंगे की उत्तराखण्ड नमामि गंगे परियोजना का मॉडल राज्य बने।
सुश्री भारती ने कहा कि नमामि गंगे के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार का सहयोग बहुत जरूरी है।
मदन कौशिक ने हरिद्वार में चंडी घाट पर नदी तट विकास कार्यों में और विस्तार लाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस पर सुश्री भारती ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन को निर्देश दिया कि वह इस मामले की समीक्षा करे।
उमा भारती ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक उपेन्द्र प्रसाद सिंह को निर्देश दिया कि वे शीघ्र ही मदन कौशिक के साथ मिलकर उत्तराखण्ड में गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक गंगा के किनारों का सर्वेक्षण करके अपनी रिपोर्ट दें।
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