नई दिल्ली, 19 जनवरी | दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले सनसनी पैदा करने और आम आदमी पार्टी (आप) के अभियान को बाधित करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को दिल्ली में आप के नेतृत्व वाली सरकार के पीछे लगा दिया है। उन्होंने इस दावे का खंडन किया कि उनकी बेटी सौम्या जैन को दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लिनिक परियोजना में सलाहकार बनाकर वित्तीय फायदा पहुंचाया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘टाक टू एके’ कार्यक्रम में भी कोई अनियमितता नहीं हुई। यह कार्यक्रम आप सरकार के दो साल के कार्यकाल पूरा करने पर आयोजित किया गया था।
जैन ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सौम्या ने मोहल्ला क्लिनिक में स्वयंसेवी की तरह काम किया। उसने सिर्फ तीन महीने सेवाएं दी और उसे कोई वित्तीय फायदा नहीं पहुंचाया गया।”
मंत्री ने कहा, “इस परियोजना के लिए सौम्या के प्रशिक्षण का सारा खर्च मैंने व्यक्तिगत तौर पर उठाया।”
उन्होंने कहा, “सभी आरोप निराधार हैं। यह जानबूझकर सरकार को फंसाने और बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “यदि केंद्र को सौम्या और सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल करना था तो यह छह महीने पहले या चार फरवरी के बाद किया जा सकता था। लेकिन यह पंजाब चुनावों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।”
जैन ने आरोप लगाया, “वे पंजाब में हमारे अभियान में बाधा डालना और लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।”
सिसोदिया और जैन पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए आप के स्टार प्रचारक हैं। आप पंजाब में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल व भाजपा गठबंधन और विपक्षी कांग्रेस के खिलाफ मैदान में है।
सीबीआई ने बुधवार को सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन की दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लिनिक परियोजना में नियुक्ति को लेकर एक प्राथमिक जांच दर्ज किया है।
सीबीआई दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ ‘टाक टू एके’ अभियान में अनियमितता के आरोपों की भी जांच कर रही है।
–आईएएनएस
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