पूर्व-मध्य अरब सागर में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के कारण बुधचार को गुजरात में भारी बरसात की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 06 दिसम्बर सुबह सौराष्ट्र तथा दक्षिण गुजरात क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की से सामान्य बरसात होने की अत्यधिक संभावना है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा में कई स्थानों पर 7 और 8 दिसम्बर, 2017 को तेज बारिश हो सकती है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात में और उसके आस-पास के क्षेत्रों में समुद्र अशांत रहेगा।
जिन इलाकों में बरसात होसकती है वे हैं वलसाड, सूरत, नवसारी, भारूच, डांग, तापी, अमरेली, गिर-सोमनाथ, भावनगर, दीव और दमन, दादर व नगर हवेली जिले) तथा अगले 12 घंटों के दौरान गुजरात क्षेत्र के कई स्थानों पर हल्की बरसात हो सकती है।
दक्षिणी गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तट : अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर मछुआरों को समुद्र में ज्यादा दूर तक न जाने की सलाह दी गई है।
महाराष्ट्र : 6 दिसम्बर, 2017 को अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है जबकि उत्तरी कोंकण में (पालघर, ठाणे, रायगढ़, बृहद मुंबई, धुले, नंदुरबार, नासिक, जलगांव, अहमदनगर और पुणे जिले) तेज वर्षा होने की संभावना है।
हवाएं :
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर महाराष्ट्र तथा दक्षिणी गुजरात के तटों पर हवा की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा से लेकर 70 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
समुद्री स्थिति :
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात में और उसके आस-पास के क्षेत्रों में समुद्र अशांत रहेगा।
(iv) दक्षिणी गुजरात में संभावित क्षति (वलसाड, सूरत, नवसारी, भरूच, दांग, तापी, अमरेली, गिर-सोमनाथ, भावनगर जिले), दमन, दीव और दादर, नगर हवेली और महाराष्ट्र के उत्तरी कोंकण जिलों (पालघर, ठाणे, रायगढ़ और वृहद मुंबई):
असुरक्षित संरचनाओं को मामूली क्षति। पेड़ों की शाखाओं का टूटना, छोटे पेड़ों का उखड़ना, केले के पेड़ों को मामूली क्षति, समुद्र तट से लगे खेतों में फसलों को खारे पानी से नुकसान हो सकता है। धान की फसलों को नुकसान, कच्चे तटबंधों को भी मामूली नुकसान पहुंचने की भी आशंका है।
(v) सलाह :
दक्षिणी गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तट : अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिणी गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर मछुआरों को समुद्र में ज्यादा दूर तक न जाने की सलाह दी गई है।
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर अति स्पष्ट कम दबाव वाला क्षेत्र :
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा साथ लगते हुए दक्षिण अंडमान सागर में अति स्पष्ट कम दबाव वाला क्षेत्र पड़ता है। इसके अगले 12 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर मंद पड़ने तथा तत्पश्चात् 48 घंटों के दौरान और सघन होकर बहुत ही मंदा होने की संभावना है। यह भी अधिक संभावना है कि अगले तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु-दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर पश्चिम-उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ जाए।
चेतावनी :
भारी बरसात :
अगले तीन दिनों के दौरान निकोबार द्वीप समूह के दूरदराज के स्थानों पर भारी वर्षा सहित अधिकांश स्थानों पर बरसात तथा अंडमान द्वीप समूह में बहुत से स्थानों पर बरसात होने की संभावना है।
उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा में कई स्थानों पर 7 और 8 दिसम्बर, 2017 को तेज बारिश हो सकती है।
हवाएं :
6 दिसम्बर, 2017 को निकोबार द्वीप समूह तथा उसके आसपास के इलाकों में 40-50 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जो की बाद में मंद पड़ जाएगी।
समुद्री स्थिति :
06 दिसम्बर, 2017 के दौरान निकोबार द्वीप समूह के इर्द-गिर्द समुद्र अशांत रहेगा।
सलाह :
निकोबार द्वीप समूह के तटों पर मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वह 06 दिसम्बर तक समुद्र में ज्यादा दूर तक न जाएं।
आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु के आस-पास के तटों के मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वह 06 से 08 दिसम्बर, 2017 तक समुद्र में न जाएं।