रायपुर, 9 सितंबर (जस)। देश में साक्षरता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए छत्तीसगढ़ को फिर से साक्षरता के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है। गुरूवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में साक्षरता के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य का यह पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप और संचालक राज्य साक्षरता मिशन जेनिवीवा किंडो ने प्राप्त किया। देश में सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार सरगुजा जिले के कलेक्टर भीम सिंह व जिला लोक शिक्षा परियोजना अधिकारी गिरीश कुमार गुप्ता ने ग्रहण किया। साक्षरता अभियान में अकादमिक समर्थन देने वाली संस्था राज्य संसाधन केन्द्र रायपुर को भी पुरस्कृत किया गया है।
इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, भारत में यूनेस्को के निदेशक शीगेरू आओयागि, केन्द्रीय स्कूल शिक्षा सचिव एस.सी.खुंटिया व छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा सचिव विकासशील व विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थें। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को वर्ष 2016 के साक्षर भारत के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त होने पर प्रदेशवासियों को और साक्षरता अभियान से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।
पुरस्कार प्राप्त करने के पश्चात केदार कश्यप ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के नेतृत्व में पूरे राज्य में साक्षरता अभियान संचालित कर इसे घर-घर पहुंचाया गया। राज्य में साक्षर भारत अभियान के तहत 27 में से 23 जिलों में 33 लाख असाक्षरों को चिंन्हाकित कर अब तक लगभग 28 लाख लोगों को साक्षर बनाया जा चुका है। राज्य के अदिवासी बहुल सरगुजा जिले में अभियान को सफल बनाने के लिए स्व-सहायता समूहों का गठन कर उनको भी साक्षरता अभियान से जोड़ा गया। जिले में निवास करने विशेष पिछड़ी जनजातियों को भी साक्षर किये जाने की दिशा में विशेष प्रयास किये गये।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सरगुजा जिले और राज्य संसाधन केन्द्र रायपुर को भी इस उपलब्धि के लिए साधुवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य को वर्ष 2013 में भी साक्षर भारत राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने का गौरव मिला था।
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