राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सिरोही जिले के शिवगंज शहर की अनिता पुत्री भरत कुमार के जन्म से ही हृदय रोग (heart disease) की बीमारी से ग्रस्त थी।
जन्मजात हृदय रोग (heart disease) के कारण अनिता को काफी परेशानी होती थी।
पिता भरत कुमार ने अनिता का दाखिला शिवगंज की आंगनबाड़ी केन्द्र में करवा दिया, जहां पहुंची आरबीएसके की टीम ने उसकी स्क्रीनिंग की।
स्क्रीनिंग के बाद अतिरिक्त जिला नोडल अधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अनिता को उच्च चिकित्सा संस्थान पर जन्मजात हृदय रोग (heart disease) के इलाज के लिए गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल उदयपुर उपचार हेतु रैफर कर दिया गया।
यहाँ पर नौनिहालों का सफलतापूर्वक निःशुल्क उपचार किया जाता है।
अनिता की इसी अस्पताल में जन्मजात हृदय रोग (heart disease) की सफलतापूर्वक सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद अब अनिता स्वस्थ और प्रसन्न है। आॅपरेशन से पहले उसे जो परेशानियाँ थीं वह सब अब दूर हो गई हैं।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया की आरबीएसके कार्यक्रम में विशेषकर बच्चों में संभावित होने वाले जन्मजात विकार, शारीरिक दक्षता में कमी, बीमारियां, विकास अवरूद्ध संबंधी विकार एवं अयोग्यता को पहचान कर उनका प्रभावी उपचार सुलभ करवाना मुख्य ध्येय है।
इस कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समस्त राजकीय चिकित्सालयों के साथ ही प्रतिष्ठित निजी चिकित्सालयों में भी रैफर किये बच्चों को उच्च उपचार सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवायी जा रही हैं।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रम राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों का उपचार किया जाता है।
आरबीएसके की मोबाइल हेल्थ टीम विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों, शिक्षा संस्थानों पर जाकर लगभग 38 बीमारियों से ग्रस्त बच्चों के उपचार मे मदद करती है।
मोबाइल हेल्थ टीम बच्चों की जांच कर उस अनुरूप की जाने वाली चिकित्सा हेतु बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या फिर मेडिकल कॉलेज एवं निजी एम्पेनेलित अस्पताल पर रेफर किये जाते है,वहाँ इन बच्चों का निःशुल्क उपचार किया जाता है।
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