नई दिल्ली, 20 फरवरी। केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा ‘चीन को अब निश्चित रूप से तकनीक के भविष्य में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में नहीं देखा जाता है।’
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और जल शक्ति राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को मुंबई टेक वीक में अनंत गोयनका के साथ चर्चा में वर्चुअल रूप से भाग लेते हुए यह बात कही।
सेमीकंडक्टर के मामले में चीन की तुलना में भारत की उभरती वैश्विक स्थिति की चर्चा करते हुए, राजीव चन्द्रशेखर ने गति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि चीन के संदर्भ में आज यह स्थित है कि उभरते और उच्च तकनीक के क्षेत्रों में पिछले दशक में जो गति उसके लिए थी, वह धीमी हो रही है क्योंकि सभी महत्वपूर्ण निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं के उनके खिलाफ होने के कारण यह गति कम होती जा रही है।
राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि विनियमन (regulation) की रूपरेखा तैयार करने में हमारी सरकार का दृष्टिकोण खुला, पारदर्शी और परामर्शात्मक रहा है।
राजीव चन्द्रशेखर ने विश्वास जताते हुए कहा कि आज हमारे पास दो पूर्ण विकसित फैब हैं, दशकों के बाद, देश में 10 अरब डॉलर का फैब निवेश आ रहा है। हम सेमीकंडक्टर्स के भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी के सर्वोत्तम साझेदारों के साथ भी साझेदारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर पर डिजाइन इनोवेशन इकोसिस्टम के साथ, भारत अगली पीढ़ी के चिप्स और डिवाइस को डिजाइन करने जा रहा है।
राजीव चन्द्रशेखर ने कहा हम भारत सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर का भी शुभारंभ कर रहे हैं जो एक अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र बनने जा रहा है जहां दुनिया के सबसे बड़े सेमीकंडक्टर निर्माता भारत में अनुसंधान का कार्य करेंगे।
Follow @JansamacharNews