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चीन ने हांगकांग मामले में ब्रिटेन को धमकी दी

नई दिल्ली, 6 जुलाई (हि.स.)।चीन (China) ने हांगकांग (Hongkong) मामले में ब्रिटेन को धमकी दी है कि यदि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर लंदन (London) ने लोकतंत्र समर्थकों को शह दी और ब्रिटिश पासपोर्टधारी हांगकांग निवासियों को अपने यहां बसाने का प्रस्ताव वापस नहीं लिया तो चीन भी जवाबी कार्रवाई करेगा।
बीबीसी वर्ल्ड के अनुसार इंग्लैंड में चीन (China) के अम्बेसेडर लिउ शमिंग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि लंदन का यह कदम चीन के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप माना जाएगा। 1 जुलाई को चीन ने हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा लागू कर दिया, जिसके अनुसार चीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तोड़ फोड़ या देशद्रोह करने वालों के खिलाफ तीन साल से लेकर उम्र कैद की सजा सुनाई जा सकती है।
चीन इसके लिए अलग अदालतों का गठन कर रहा है और चीन का विदेश मंत्रालय वहां इस कानून को लागू करने के लिए अलग कार्यालय खोल रहा है। इस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत यदि चाहे तो हांगकांग में किसी भी गिरफ्तार व्यक्ति को चीन अपने यहां प्रत्यर्पित कर वहां भी मुकदमा चला सकता है और सजा दे सकता है।
ब्रिटेन में चीन (China) के अम्बेसेडर लिउ ने बाक़ायदा एक प्रेस कांफ्रेंस कर वहां की सरकार को चेतावनी दी। हांगकांग (Hongkong)  में लोकतंत्र की बहाली का आंदोलन चलाने वाले जो वोंग ने पूरी विश्व बिरादरी से अपील की है कि वे चीन की धमकी में ना आएं लोकतंत्र समर्थकों के आंदोलन का साथ दे।
ब्रिटेन ने इस आंदोलन को अपना मूक समर्थन देने के साथ साथ एक नया कानून बनाया है जिसके तहत हांगकांग में रहने वाले ब्रिटिश पासपोर्ट धारक एक साल के लिए पढ़ाई या नौकरी करने इंग्लैंड जा सकते हैं। कहा यह भी जा रहा है कि ब्रिटेन इन सबको बाद में अपनी नागरिकता भी दे सकता है। चीन को इस कानून पर गहरा ऐतराज है।
हांगकांग में रह रहे ब्रिटिश पासपोर्ट धारकों को ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज यानी बीएनओ कहा जाता है, जिन्हें बिना किसी वीसा के ब्रिटेन में 12 महीने तक रहने काम करने या पढ़ाई लिखाई करने की इजाज़त देने का फैसला किया है। हांगकांग में बीएनओ की संख्या 30 लाख है। ब्रिटेन ने 1997 में हांगकांग को चीन के हवाले करने से पहले इन सभी को अपना पासपोर्ट जारी किया था।
इसके पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रैब ने अपने बयान में कहा था कि उनका देश बीएनओ को और अधिकार देने पर विचार कर रहा है। यदि चीन नेशनल सिक्योरिटी लॉ वापस नहीं लेता तो 30 लाख बीएनओ हांगकांग छोड़ भी सकते हैं। इससे हांगकांग की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि वे केवल नागरिक नहीं है वे हाई नेटवर्थ वाले इंडिविजुल भी है और हांगकांग की अर्थव्यवस्था चलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका भी है।