भोपाल,25 जून (जनसमा)।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान संभवतः देश के पहले मुख्यमंत्री हैं जो आॅटोमोबाइल इण्डस्ट्री पर पिछले दरवाजे से नियंत्रण चाहते हैं। यों शहरों में वाहनों की बढ़ती हुई संख्या से सभी राज्य सरकारें जूझ रही हैं और प्रदूषण के कारण मुश्किलें भी झेल रही हैं किन्तु साफ शब्दों में अपनी बात को रखकर चैहान ने अपना दृष्टिकोण स्पष्ट कर दिया है।
चौहान रविवार को स्मार्ट सिटी प्लान की दूसरी वर्षगाँठ पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने भोपाल शहर में गाड़ियों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने की जरूरत बतायी। एक से अधिक गाड़ी रखने वालों पर वित्तीय भार बढ़ाने के विचार पर चिंतन का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि दुनिया में स्मार्ट सिटी का मापदंड भोपाल स्थापित करेगा। शहर में इसकी पूरी क्षमता और दक्षता मौजूद है। नागरिकों ने क्लीन सिटी भोपाल बनाने का जो संकल्प लिया था, सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया है। आज भोपाल देश का दूसरा सबसे स्वच्छ नगर है।
उन्होंने निर्देशित किया कि स्मार्ट सिटी के सभी प्रतीक चिह्न हिन्दी में भी हों। स्थानीय प्रजातियों के पेड़ लगाये जायें ताकि पर्यावरण में ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर हो। भावी-पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण मिले। इसके सभी आवश्यक प्रयास किये जायें।
साइकिल ट्रेक बनाने के प्रयासों की सराहना करते हुए चौहान ने कहा कि साइकिलिंग से जहाँ एक ओर सेहत बनती है, वहीं पर्यावरण प्रदूषण में भी भारी कमी आती है। भोपाल को क्लीन, ग्रीन, हेल्दी हाईटेक और ग्लोबल सिटी बनाने का जो संकल्प लिया गया था, उस दिशा में भोपाल नगर निगम तेजी से कार्य करके दिखा रहा है।
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