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सिंगापुर में कोक,पेप्सी शर्करा की मात्रा 12 % कम करने पर सहमत

सिंगापुर, 23 अगस्त  (जनसमा)। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय (एमओएच) ने एक बयान में कहा है कि सात प्रमुख शीतल पेय निर्माताओं ने 2020 तक अपने सभी पेय पदार्थों में शर्करा की मात्रा को 12 फीसदी और कम करने पर सहमति जताई है।

उल्लेखनीय है कि  दो दिन पहले, 21 अगस्त को, सिंगापुर के राष्ट्रीय दिवस की रैली में प्रधान मंत्री ली हिसियन लूंग ने सिंगापुरियों से शक्कर युक्त पेय पर कटौती करने के लिए आग्रह किया था  क्योंकि इस तरह के पेय द्वारा मधुमेह का खतरा बढ़ रहा हैं।

इसके दो दिन बाद सिंगापुर के स्वास्थ्स मंत्रालय ने कम्पनिसों से शर्करा कम करने की अपील की इसका अच्छा असर हुआ और कम्पनियों ने 2020 तक 12 प्रतिशत शर्करा कम करने की घो घोषणा की।

ये  शीतल पेय निर्माता हैं: कोका-कोला, एफ एंड एन फूड्स, मलेशिया डेरी इंडस्ट्रीज, नेस्ले, पेप्सिको, पोका और येओ हियाप सेंग।

जिन पेय पदार्थों में सीमा से अधिक शर्करा है वे हैं   : कोका-कोला, के ए एंड डब्लू सरसपीरिला, श्वेपेप्स कड़वा नींबू और फेंटा स्ट्राबेरी, पेप्सिको के मग की बियर और माउंटेन ड्यू, पोक्का के खट्टे का रस पेय और अमरूद का रस पेय, पार्टनर ब्रैंड। जो इसके लिए तैयार हैं – किकापू, सिनाल्को और ग्रीन स्पॉट, और येओ हैएप सेंग के इमली का रस पेय।

Photo  : Coffee Shop (source  :Government of Singapore)

ये वे कम्पनियां हैं जो सिंगापुर के  कुल प्री-पैक्ड चीनी पेय बाजार के 70 फीसदी हिस्से पर अपना अधिकार रखती हैं। सरकार द्वारा उठाये गये इस कदम से इन पेय पदार्थों में प्रति वर्ष लगभग 3 लाख किग्रा चीनी की खपत कम हो सकती है।

सिंगापुर की सरकार  का एक कार्यबल मधुमेह की रोकथाम के लिए  चीनी पर शुल्क लगाने, उच्च शर्करा सामग्री के साथ मीठे पेय के  विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने या चेतावनी के लेबल लगाने जैसे उपायों का अध्ययन कर रहा है।

ली ने कहा  था कि   सिर्फ एक शीतल पेय में आठ क्यूब्स के लगभग चीनी होती है जबकि पूरे दिन के लिए इससे ज़्यादा चीनी की ज़रूरी नहीं है।

सोमवार को एमओएच ने कहा कि चीनी की खपत को कम करने में इसप्रकार के पेय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि हमारे द्वारा उपयोग में ली जारही कुल चीनी का 60 प्रतिशत उपयोग पेय, रस, कॉफी और चाय  से आता है।

मधुमेह की रोकथाम और देखभाल कार्यबल सिंगापुर में चीनी की खपत में और कटौती को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त उपायों का अध्ययन कर रही है  तथा अन्य देशों के अनुभवों से सीख रहा है। Source:  Channel NewsAsia