नई दिल्ली, 14 जुलाई (जनसमा)। देश में हाल के वर्षों में असामान्य रूप से सीज़ेरियन डिलीवरी या सी सेक्शन के बढ़ने पर सरकार ने चिन्ता जाहिर की है। बढ़ती हुई सी सेक्शन सर्जरी पर जांच की जा सके इसके लिए सरकार ने बहुत से कदम उठाए हैं।
फरवरी 2017 में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को विभिन्न राज्यों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हाल ही के वर्षों में सी सेक्शन सर्जरी की अवांछित बढ़ोत्तरी पर अपनी चिन्ता से अवगत कराया था।
महिला एवं बाल विकास मंत्री के पत्र के उत्तर में केन्द्रीय मंत्री स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, जे. पी. नड्डा ने कहा कि जो चिन्ताएं व्यक्त की गई हैं वे तथ्यों पर आधारित हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय इस बढ़ती हुई प्रवृत्ति को नियंत्रित करने के लिए बहुत से उपाय कर रहा है। सबसे पहले सी जी एच एस के पैनल के अन्तर्गत आने वाले सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने स्वागत कक्ष क्षेत्र में सामान्य प्रसव के मुकाबले सी सेक्शन से हुए प्रसवों के आंकड़ों को प्रमुखता से प्रदर्शित करें।
नवजात शिशु का फोटो खबर को समझने के लिए हैं।
श्रीमती मेनका गांधी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के अनुसार कुल प्रसवों में से सी सेक्शन के माध्यम से प्रसव की औसत दर सामान्यतः 10 की सिफारिशों के अनुसार कुल प्रसवों में से सी सेक्शन के माध्यम से प्रसव की औसत दर सामान्यतः 10 से 15 प्रतिशत तक होनी चाहिए जबकि कुछ राज्यों में इसका प्रतिशत बहुत अधिक है। तमिलनाडु में इसका प्रतिशत 34 है और तेलंगाना में 54 प्रतिशत की जानकारी प्राप्त हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि यह चिन्ता का विषय है कि इन राज्यों के निजी नर्सिंग होम्स में इसका प्रतिशत और भी अधिक होगा।
“सी सेक्शन के बढ़ने की पहचान और प्रभाव की व्याख्या और उसके सम्भावित समाधान का प्रसार” सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में किया गया, जिससे कि केवल उन्हीं महिलाओं का सी सेक्शन किया जाए, जिनकी उन्हें वास्तव में जरूरत है । फेशरेशन ऑफ ऑवसटेरिक एण्ड गायनोकोजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया ने भी अवांछनीय सी सेक्शन के बुरे प्रभावों के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं।
इसके साथ-साथ राज्यों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी दवाओं की पर्चियों को लेखापरीक्षा करवाएं और विशेष रूप से इस मामले की ओर ध्यान दें।
श्रीमती मेनका संजय गांधी ने स्वास्थ्य मंत्री को इस मामले पर सभी संबंधितों को आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह आशा भी व्यक्त की कि इन उपायों से सी सेक्शन प्रसवों को वास्तविक स्तर पर वापिस लाने में मदद मिलेगी।
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