Modi at Tumkur

कांग्रेस और उसके साथी, पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पाकिस्तान ने हिंदुओं पर जुल्म किया, सिखों पर जुल्म किया, जैन और इसाइयों पर जुल्म किया, लेकिन कांग्रेस और उसके साथी, पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ नहीं बोलते।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने आज 2 जनवरी,2020 को कर्नाटक (Karnataka)  के तुमकुर (Tumkuru) में श्री सिद्धगंगा मठ (Siddhaganga Mutt) का दौरा किया और श्री श्री शिवकुमार स्वामीजी (Sree Sree Sree Sivakumara Swamigalu ) के स्मारक संग्रहालय (memorial museum) का शिलान्यास (foundation stone laying) किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) का जन्म धर्म के आधार पर हुआ था। देश धर्म के आधार पर बंटा था। और बंटवारे के समय से ही पाकिस्तान (Pakistan) में दूसरे धर्म के लोगों के साथ अत्याचार शुरू हो गया था।

मोदी ने कहा कि समय के साथ पाकिस्तान में चाहे हिंदू हों, सिख हों, ईसाई हों, जैन हों, उन पर धर्म के आधार पर अत्याचार बढ़ा ही है। हजारों ऐसे लोगों को वहां से अपना घर छोड़कर शरणार्थी के रूप में भारत आना पड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan)ने हिंदुओं पर जुल्म किया, सिखों पर जुल्म किया, जैन और इसाइयों पर जुल्म किया, लेकिन कांग्रेस और उसके साथी, पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते।

“आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान (Pakistan) से अपनी जान बचाने के लिए, अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं, उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया, उसके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं?”

उन्होंने कहा कि हमारा ये फर्ज बनता कि पाकिस्तान (Pakistan) से आए शरणार्थियों की मदद करें, उनके साथ खड़े नजर आएं। हमारा ये फर्ज बनता है कि पाकिस्तान से आए हिंदुओं को, दलितों-पीड़ितों-शोषितों को उनके नसीब पर न छोड़ें, उनकी मदद करें।

“हमारा ये फर्ज बनता है कि पाकिस्तान (Pakistan) से आए सिखों को उनके नसीब पर न छोड़ें, उनकी मदद करें। हमारा ये फर्ज बनता है कि पाकिस्तान (Pakistan) से आए जैन और ईसाइयों को उनके नसीब पर न छोड़ें, उनकी मदद करें।”

प्रधानमंत्री  ने कहा कि जो लोग आज भारत की संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि आज जरूरत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की इस हरकत को बेनकाब करने की है। अगर आपको आंदोलन करना ही है तो पाकिस्तान के पिछले 70 साल के कारनामों के खिलाफ आवाज उठाइए।

उन्होंने कहा “अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान (Pakistan) में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए। अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए। अगर आपको धरना देना ही है, तो पाकिस्तान के खिलाफ धरना दीजिए।”

इससे पहले श्री सिद्धगंगा मठ तुमकुर में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बहुत सौभाग्यशाली हैं कि वह ऐसी पवित्र भूमि से वर्ष 2020 की शुरुआत कर रहे हैं।

उन्होंने यह उम्मीद जाहिर की कि श्री सिद्धगंगा मठ की पवित्र ऊर्जा हमारे देश के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाएगी।