जामनगर, 29 अप्रैल। राजकोट सीट से बीजेपी उम्मीदवार पुरूषोत्तम रूपाला को लेकर जामनगर में क्षत्रिय समुदाय में विवाद और आक्रोश बढ़ गया है। भाजपा नेतृत्व की कोशिशों के बावजूद विवाद बरकरार है और विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन जारी है।
खबर है कि सूरत, वलसाड, नवसारी, भरूच, तापी और डांग जिलों में भी क्षत्रिय समुदाय विरोध कर रहा है।
गुजराती मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार कल क्षत्रियों ने ध्रोल में एक बैठक की, जहां उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार पूनमबेन मदाम द्वारा आयोजित रैली का विरोध किया। क्षत्रिय युवाओं ने “भाजपा हाय हाय,” “रूपाला हाय हाय,” और “पूनमबेन हाय हाय” जैसे नारे लगाते हुए रैली में धावा बोल दिया।
पुलिस ने 100 से अधिक युवाओं को हिरासत में लिया और पूरे ध्रोल जिले को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
ध्रोल में पूनमबेन मैडम की एक सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें कैबिनेट मंत्री राघवजी पटेल, जामनगर जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश मुंगरा और ध्रोल संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए।
बारडोली
इससे पहले रविवार को बारडोली में दक्षिण गुजरात क्षत्रिय समाज का अस्मिता सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें करण सिंह चावड़ा, पीटी जाडेजा और महिला अध्यक्ष तृप्तिबा रावल शामिल हुए। सूरत, वलसाड, नवसारी, भरूच, तापी और डांग जिलों के क्षत्रिय नेताओं सहित लगभग 10,000 नेताओं ने भाग लिया।
क्षत्रिय समाज महासम्मेलन में हजारों लोगों को संबोधित करते हुए समन्वय समिति के करण सिंह चावड़ा ने कहा कि गुजरात में बीजेपी 10 सीटें हारेगी और रूपाला 1000 फीसदी हारेंगे। उन्होंने राजकोट लोकसभा सीट के लिए एक बूथ समिति और केंद्रीय कार्यालय की भी मांग की।
Follow @JansamacharNews