इलाहाबाद, 21 अगस्त (जस)। इलाहाबाद में पांच राज्यों और 52 जिलों के 1651 ग्रामों के ग्राम प्रधानोंने एक राष्ट्रीय सम्मेलन में गंगा को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया।
जल संसाधनए,नदी विकास और गंगा संरक्षण एवं युवा मामले और खेल मंत्रालय के युवा मामले विभाग के सहयोग से पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की सहायता से इलाहाबाद में ग्राम प्रधानों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य गंगा नदी के तट पर स्थित पांच राज्यों और 52 जिलों के 1651 ग्रामों के ग्राम प्रधानों को एक मंच पर लाना था ताकि वे स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) के साथ-साथ नमामि गंगे कार्यक्रम के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने के अभियान में मिलकर कार्य कर सकें।
इस अवसर पर सुश्री उमा भारती ने नैनी के युनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजेनियरिंग एंड मैनेजमेंट में कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश को पढ़ने के साथ सम्मेलन का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को पढ़ते हुए उन्होंने कहा कि गंगा किनारे के घनी आबादी वाले ग्रामों को स्वच्छ बनाना ही सही मायने में नदियों को प्रदूषण से मुक्त करना और इस क्षेत्र में पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना इस सम्मेलन का उद्देश्य है।
इस उद्देश्य के साथ एक मंच पर आकर हम न सिर्फ गंगा किनारे बसे ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त बनाने के स्वप्न को साकार करने में मदद करेंगे बल्कि संपूर्ण देश की अन्य नदियों के किनारों को भी खुले में शौच से मुक्त बनाएंगे और सही मायने में स्वच्छता का यही अर्थ है।
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