दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Kejariwal) ने सभी सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) को कोरोना (COVID-19) के कारण बनने वाली हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सभी अस्पतालों के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट को निर्देश दिया है कि अस्पताल में संसाधन और कर्मचारियों को कमी न हो।
सभी मेडिकल सुप्रीटेंडेंट को तीन माह के लिए संविदा पर अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त करने का अधिकार दे दिया गया है। साथ ही सीएम ने कोरोना (COVID-19) से निपटने के लिए सभी जरूरी सामान तत्काल खरीदने को कहा है।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना (COVID-19) से निपटने के लिए अस्पतालों को दिए जाने वाले जरूरी संसाधन, दवाओं व अन्य सुविधाओं को लेने के लिए होने वाली कागजी कार्रवाई को हाथों-हाथ पूरा किया जाए, जिससे सामान खरीदने में किसी तरह की देरी न हो।
उन्होंने दवा, मास्क व अन्य सामान का स्टाँक करने वालों के ठिकानों पर छापा मारने के भी निर्देश दिए।
केजरीवाल ने यह निर्देश दिल्ली से सभी अस्पतालों के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट के साथ दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक में यह निर्देश दिए। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन व वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थें।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में COVID-19 के कुछ पोजिटिव केस सामने आए हैं। हालांकि अब भी दिल्ली में कोरोना कम्यूनिटी (COVID-19 in community) में नहीं फैला है लेकिन दिल्ली के अस्पतालों को हर स्थिति से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों में भी कोरोना का प्रभाव बढ़ने पर अस्पताल के संसाधन कम पड़ गए थें। इस कारण दिल्ली के अस्पतालों को ज्यादा तैयार रहने की जरूरत हैं।
अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन को निर्देश दिया कि मास्क और दवाओं को कोई स्टाँक न कर सके, इसे भी सुनिश्चित किया जाए। कोई स्टाँक करता है तो उसके यहां छापेमारी की जाए।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अस्पताल से कोई भी कोरोना मरीज भाग न सके, इसका यह ध्यान रखें।
मरीज किसी हाल में ठीक होने से पहले न भागे। उन्होंने कहा कि पुलिस साथ देने को तैयार है।
सभी 6 अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने का भी उन्होंने निर्देश दिए। जिससे मरीजों को भागने से रोका जा सके। सीएम ने कहा कि मरीज भागने से कोरोना फैलने का डर होता है।
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