COVID-19 updates: बीते 24 घंटे में देश में कोरोनावायरस से सर्वाधिक मौतें (covid-19 deaths) 2619 महाराष्ट्र (Maharashtra) में हुई है।
बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना (covid-19 in India) के 84,061 नए मामले सामने आए और 3987 लोगों की कोरोनावायरस से मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 12 जून को पूर्वाह्न 12ः02 पर जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक कोरोना से 2 करोड 93 लाख 58 हजार 33 लोग संक्रमित हो चुके हैं और मरने वालों की संख्या 3 लाख 67 हजार 97 तक पहुंच चुकी है।
भारत में 10 जून 2021 तक कोरोनावायरस के 37 करोड़ 42 लाख 42 हजार 384 परीक्षण किए जा चुके हैं जबकि भारत की कुल आबादी लगभग 137 करोड़ है।
भारत में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख 77 हजार 790 है और स्वस्थ होने वालों की कुल तादाद 2,79,01,688 हो गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक 24 करोड़ 60 लाख 85 हजार 649 लोगों के वैक्सीन लग चुकी है इसमें पहली और दूसरी दोनों डोज़ शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में दोनों डोज लगने वालों की संख्या 3.6ः प्रतिशत है जबकि वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के आंकड़े मिला दिए जाएं तो यह संख्या 14.9 प्रतिशत ही होगी।
यहां एक उल्लेख करना जरूरी है कि शुक्रवार को देश के कई वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार को चेताया है और एक रिपोर्ट दी है जिसमें कहा गया है कि सरकार को प्राथमिक रूप से पहले उन लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए जिन्हें पहली डोज़ लग चुकी है। इसके अलावा जो कोरोना से ज्यादा संक्रमित हो सकते हैं यानी उम्र दराज लोगों के पहले वैक्सीन लगानी चाहिए।
वैक्सीन लगाने को एक व्यवस्थित और प्राथमिकता अभियान के रूप में चलाया जाना चाहिए न कि व्यापक रूप से सभी को लगाने की बात करनी चाहिए क्योंकि सरकार के पास वैक्सीन का उतना स्टाॅक नहीं है जिसकी जरूरत है।
भारत में जहां जहां विधानसभा चुनाव हुए थे उन राज्यों में कोरोनावायरस के संक्रमण की स्थिति आज भी गंभीर बनी हुई है इनमें केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और पुद्दुचेरी शामिल हैं। कोरोना काल के मद्देनजर भविष्य में भी होने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में विचार किया जाना चाहिए और कोरोना के प्रकोप के कम होने और पूरी आबादी के वैक्सीन लग जाने का इंतजार किया जाना चाहिए।
राजनीतिक दलों को विचार करना चाहिए अफ्रीका जैसे कम आबादी वाले देश में स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं लेकिन सरकार ने अपने लोगों से पूछा है कि क्या वह चाहते हैं कि इस समय चुनाव हो? सरकार जनता की रायशुमारी के बाद ही वहां चुनाव कराएगी। इसके उलट भारत ने जो विधानसभा चुनाव कराये उसके दुष्परिणाम सरकार भी भुगत रही है और जनता भी। परिणामतः कोरोना की दूसरी लहर आई और लाखों लोगों के घर उजाड़ गई। इस समय सबसे बड़ी जरूरत कोरोना से लड़ने और भारत की आबादी को कोरोना से बचाने की है।
क्या कारण है कि तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम आज भी कोरोना की मार से कराह रहे हैं?
अब कोरोना के ताजा आंकड़ों की बात करते हैं। देश में कोरोना के सर्वाधिक मामले तमिलनाडु से आए हैं जहां पर बीते 24 घंटे में 15,759 लोग संक्रमित पाए गए और 378 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना (covid-19) के केरल में बीते 24 घंटे म 14,233 नए मामले सामने आए हैं और 173 लोगों की मौत हो गई है। देश में तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र है जहां से से कोरोना के 11,764 नए मामले सामने आए हें और 2619 लोगों की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र में मौत का आंकड़ा डराने वाला है। वहां पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों का मरना यह साबित करना है कि कोरोना का प्रसार बहुत गंभीर है।
दूसरा कर्नाटक भी ऐसा राज्य है जहां पर सक्रिय मामलों की संख्या देश में अब सर्वाधिक 2,03,769 हो गई है। इसके बाद नंबर आता है तमिलनाडु का जहां इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 1,74,802 है।
देश में एक ओर राजनीतिक दृष्टि से उत्तर प्रदेश की चर्चा गर्म है वहीं यह चर्चा भी है कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामले बहुत कम आ रहे हैं। वहां पर बीते 24 घंटे में 596 लोग संक्रमित पाए गए 70 लोगों की मौत हुई है। क्या उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों तक अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच गई हैं ? यह तारीफ की बात है कि देश में सर्वाधिक कोरोना परीक्षण 5 करोड़ 30 लाख उत्तर प्रदेश में ही किए गए हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी लगभग 23 करोड है।
दिल्ली की बात करें तो यहां पर कोरोना के बीते 24 घंटे में 238 मामले सामने आए और 24 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या 3922 रह गई हैं।
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