COVID-19 updates: पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना (COVID-19) के 74,403 नए मामले सामने आए हैं। इसमें दो राज्यों झारखंड और उत्तराखंड के आंकड़े शामिल नहीं हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरूवार 27 अगस्त को रात 10ः16 पर जारी आंकड़ों के अनुसार एक दिन में 58,736 लोग स्वस्थ हुए हैं और कोरोना (COVID-19) 1046 लोगों की मौत हुई है।
देश में कोरोना (COVID-19) के कुल मामले 33 लाख 82 हजार 152 हो गए हें।
राज्यों की बात करें तो पिछले 24 घंटों में
महाराष्ट्र में 14857
तमिलनाडु में 5981
आंध्र प्रदेश 10621
कर्नाटक में 9386
उत्तर प्रदेश में 5391
दिल्ली में 1840
पश्चिम बंगाल में 2997
बिहार में 1860
तेलंगाना में 2795
असम में 2036
गुजरात में 1190
उड़ीसा में 3384
राजस्थान में 1345
केरल में 2406
हरियाणा में 1293
मध्यप्रदेश में 1317
पंजाब में 1746
जम्मू कश्मीर में 655
छत्तीसगढ़ में 1108
गोवा में 456
पुद्दुचेरी 504
त्रिपुरा में 385
मणिपुर में 140
हिमाचल प्रदेश में 180
नागालैंड में 6
अरुणाचल प्रदेश में 78
चंडीगढ़ में 188
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 33
लद्दाख 41
दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव 42
मेघालय में 79
सिक्किम में 56
मिजोरम में 7
देश में अब तक कोरोनावायरस (COVID-19) के लिए 3 करोड 85 लाख 76 हज़ार 510 लोगों का कोरोना परीक्षण किया जा चुका है।
केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र,तमिलनाडु,कर्नाटक, तेलंगाना,गुजरात,पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश,पंजाब,आंध्र प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर को सलाह दी है कि वे अपने सभी जिलों में मृत्यु दर को 1 प्रतिशत से कम रखने की दिशा में कदम उठाएं और इसके लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान केंद्रित करें:
- प्रभावी नियंत्रण, संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों का पता लगाना और निगरानी
- नए संक्रमित मामलों के कम से कम 80 प्रतिशत मामलों में मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाकर उनका 72 घंटों के अंदर परीक्षण किया जाना सुनिश्चित करना
- संक्रमण / पुष्टि दर को 5 प्रतिशत से कम रखने के लक्ष्य के साथ सभी जिलों में प्रति दिन प्रति दस लाख की आबादी पर कम से कम 140 परीक्षण सुनिश्चित करना
- नियंत्रण क्षेत्र / स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर एंटीजन परीक्षण कराना और बीमारी के लक्षण वाले मरीजों के परीक्षण में निगेटिव आने के बाद फिर से उनका आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना
- घरों में पृथकवास में रखे गए संक्रमितों पर नियमति निगरानी रखना (टेली-कॉलिंग और होम विजिट) और एसपीओ 2 स्तर को निर्धारित स्तर से कम होने पर उनका समय रहते अस्पताल में भर्ती सुनिश्चित कराना
- कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बेड की संख्या और एम्बुलेंस सुविधाओं के बारे में आम लोगों को अवगत कराना और कम से कम समय में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना
- बीमारी के सभी मामलों में प्रभावी नैदानिक उपचार द्वारा लोगों की जान बचाना
- कमजोर रोगियों (सहरुग्णता, 60 साल से अधिक उम्र के लोग) पर विशेष ध्यान देने के साथ प्रत्येक अस्पतालों में मृत्यु दर पर साप्ताहिक स्तर पर निगरानी रखना
- संक्रमितों की संख्या (केस लोड) के आधार पर कोविड समर्पित अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाना
- सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं,मास्कों और पीपीई किटों की उपलब्धता और उनके उपयोग की निगरानी
- कोविड से बचने के लिए एक दूसरे से दूरी बनाए रखने (सोशल डिस्टेंसिंग), मास्क पहनने, हाथों की सफ़ाई, खांसने वक्त बरते जाने वाले शिष्टाचार जैसे व्यवहारगत बदलावों के लिए व्यवहार बदलाव संचार को बढ़ाना देना