लखनऊ, 24 अगस्त। गोरखपुर में बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आॅक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में अपराध दर्ज करा दिया गया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने गोरखपुर में बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तीस से ज्यादा बच्चों की मौत की जांच करने वाली उच्च अधिकार प्राप्त समिति की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है।
इस मामले में तुरंत कदम उठाते हुए बुधवार देर रात लखनऊ के हजरतगंज थाने में मामला दर्ज करा दिया गया।
अधिकृत जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दोषी अधिकारियों और मजदूरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया है। सरकार को मंगलवार को पेश की गई रिपोर्ट ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य और अस्पताल के कई अन्य डॉक्टरों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश की है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रमुख डॉ राजीव मिश्रा, एनेस्थेसाया बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ सतीश, 100 बिस्तरों एईएस वार्ड डॉ कैफेल खान और ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स के प्रभारी के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश की है। ।
समिति ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत डॉ राजीव मिश्रा, डाॅ पूर्णिमा शुक्लाए, मेडिकल कॉलेज के लेखा विभाग के स्टाफ और मुख्य फार्मासिस्ट गजानन जायसवाल के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश भी की गई है।
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