भीषण चक्रवाती तूफान ‘फानी’ Cyclone Fani आने वाले दिनों में देश के कई राज्यों में गंभीर संकट का कारण बन सकता है वहीं केन्द्र सरकार ने इस चक्रवाती तूफान से बचाव और राहत उपाय के लिए राज्यों को आर्थिक मदद भेजदी है।
मौसम विभाग ने 30 अप्रैल को दोपहर में जारी बुलेटिन में कहा है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व और दक्षिण-पश्चिम में आंधी की गति 135 से 145 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रही तेज हवाएं 160 किमी प्रति घंटा तक रफ्तार भी पकड़ सकती है।
दक्षिण-पश्चिम में और पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे उत्तर तमिलनाडु और पुदुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर स्थिति अत्यंत गंभीर हो सकती है।
समुद्र में मौसम कीे इस भीषण हलचल से तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटवर्ती इलाके, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
केरल में मछुआरों को इन इलाकों के समंदर में मछली पकड़ने के लिए न जाने की सलाह दी है।
फोटो सौजन्य : मौसम विज्ञान विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रु्तार से तेज़ हवाओं के चलने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।
असम और मेघालय में अलग.अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना हें वहीं अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है।
पंजाब में अलग-अलग स्थानों 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
गृह मंत्रालय ने चक्रवाती तूफान “फानी” Cyclone Fani के दौरान राहत उपाय के लिए चार राज्यों को 1086 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जारी करने का आदेश दिया है।
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति के निर्णय के आधार पर, राशि उनके राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष में जारी की जाएगी।
आंध्र प्रदेश के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये, ओडिशा के लिए 340 करोड़, तमिलनाडु के लिए 309 करोड़ और पश्चिम बंगाल के लिए 235 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
पूर्वी देशांतर पर बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर श्रीलंका के त्रिंकोमाली से 620 किलोमीटर पूर्व में और चेन्नई से 870 किलोमीटर दूर पूर्व और दक्षिण-पूर्व तथा आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम से 1040 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित था।
मौसम विभाग द्वारा 29 अप्रैल को जारी चेतावनी में कहा था कि भीषण चक्रवाती तूफान फानी Cyclone Fani अगले 24 घंटों में (30 अप्रैल शाम तक) बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। फानी 1 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए बाद में धीरे-धीरे उत्तर, उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुड़ जाएगा।
मई के पहले सप्ताह की चेतावनी
भीषण चक्रवाती तूफान के कारण 2 मई को आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय इलाकों और ओडिशा के दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
ओडिशा के तटवर्तीय इलाकों और उससे सटे आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती जिलों में 3 मई से तेज से बहुत तेज बारिश हो सकती है।
पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में भी 3 मई से कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है।
समुद्र की स्थिति
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब है। ऊंची लहरें उठ रही हैं।
30 अप्रैल की सुबह से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्य क्षेत्र, पुद्दुचेरी के पूर्वी हिस्से तथा आंध्र प्रदेश के दक्षिण हिस्से में समुद्र की स्थिति और खराब है।
1 से 3 मई के बीच बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य क्षेत्र और आंध्रप्रदेश के तटवर्ती इलाकों में समुद्र की स्थिति और खराब होने की आशंका है।
1 मई, 2019 से पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में तथा 2 मई से आगे 1 से 3 मई तक आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रों और ओडिशा के तटीय इलाकों में समुद्र की स्थिति काफी खराब होने की आशंका है।
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