बंगाल की खाड़ी में पश्चिम मध्य और दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र से उठा अत्याधिक भीषण चक्रवाती तूफान फानी Cyclone Fani के कारण ओडिशा के नौ जिलों में नुकसान होने की संभावना है।
तूफान के प्रभाव से समुद्र में डेढ़ मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं जिसके कारण ओडिशा के गंजम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर के निचले इलाकों के डूब जाने की आशंका है।
चक्रवाती तूफान फोनी Cyclone Fani से कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचने तथा बिना रखरखाव वाले पक्के मकानों को भी कुछ नुकसान होने का अनुमान है।
विमानों की उड़ान के लिए भी खतरा है।
संचार सेवाओं के प्रभावित होने, रेल, और सड़क परिवहन बाधित होने तथा खड़ी फसलों को भारी नुकसान होने की भी आशंका है।
भुवनेश्वर मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान फानी Cyclone Fani के शुक्रवार दोपहर पुरी जिले के सतपदा के पास ओडिशा तट को पार करने की संभावना है, जिसकी अधिकतम गति 175 किमी प्रति घंटे से 205 किमी प्रति घंटा हो सकती है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि चक्रवात के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले खोरधा, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर जिलों से गुजरने की संभावना है। इसने गंजम, गजपति और जगतसिंहपुर सहित कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
इन इलाकों के लिए मौसम वैज्ञानिकों ने व्यापक नुकसान की भविष्यवाणी की है।
चक्रवात के मद्देनजर राज्य प्रशासन ने राहत और बचाव के कामों के लिए मशीनरी को पूरी तैयारी रखा है।
स्टैंडबाय पर 300 बचाव नौकाओं के साथ 20 ओडीआरएएफ इकाइयों सहित 335 अग्निशमन यूनिट्स और 18 एनडीआरएफ की टुकड़िया तैनात हैं।
आज 1 मई को तड़के 05:30 बजे यह 13.9 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 84.0 डिग्री पूर्वी देशांतर पर ओडिशा के पुरी से 680 किलोमीटर दूर दक्षिण और दक्षिण पश्चिम तथा आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से 430 किलोमीटर दक्षिण और दक्षिण पूर्व में केंद्रित था।
चक्रवाती तूफान फानी Cyclone Fani अगले 12 घंटों के दौरान अत्याधिक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और 3 मई के दोपहर बाद इसके मुड़कर चांदबाली और गोपालपुर के बीच ओडिशा तट को पार करने की संभावना है।
चेतावनी:
1. भारी बारिश की चेतावनी
आंध्र प्रदेश : कल 2 मई को तटीय आंध्र प्रदेश (श्रीकाकुलम, विशाखापट्टनम और विजयनगरम जिलों) में कई स्थानों पर तेज से बहुत तेज बारिश हो सकती है। इन जिलों में कुछ स्थानों पर 3 मई को भारी बारिश होने की संभावना है।
ओडिशा : 2 मई को और दक्षिणी तटीय ओडिशा के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
3 और 4 मई को तटीय ओडिशा के साथ ही भीतरी ओडिशा में भी अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश (20सेमी) और कुछ स्थानों पर बहुत तेज बारिश होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल : 3 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय और उसके आसपास के जिलों में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने तथा कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है। 4 मई को पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र तथा सिक्किम और पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी क्षेत्रों में कुछ जगहों पर भारी बारिश तथा एक आध स्थानों पर बहुत तेज बारिश हो सकती है।
अरूणाचल प्रदेश, असम एवं मेघालय : 4 और 5 मई को अरूणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने तथा कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
हवा की चेतावनी
पश्चिम बंगाल के दक्षिण मध्य और आसपास के पश्चिमी मध्य क्षेत्र में तूफान के प्रभाव से 180-190 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चल रही हैं जिनकी गति 210 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में भी इसी गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
2 मई को बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी मध्य क्षेत्र में 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति 170 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
अगले 24 घंटों के दौरान हवा की रफ्तार कम होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के तटवर्ती क्षेत्रों और उसके आसपास, कोमोरिन क्षेत्र मन्नार की खाड़ी और केरल में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति बढ़कर 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
2 और 3 मई को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों और उत्तरी आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापट्टनम और विजयनगर जिलों) में भी 60 से लेकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चल सकती है जिनकी गति बढ़कर 205 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
इसके बाद अगले 12 घंटों में इसकी गति धीमी हो जाने की संभावना है।
समुद्र की स्थिति
1 से 3 मई के बीच बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्य क्षेत्र, तमिलनाडु तथा पुद्दुचेरी के उत्तरी तथा आंध्र प्रदेश के दक्षिण हिस्से और बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में 2-4 मई के बीच समुद्रकी स्थिति और खराब हो सकती है।
1 -3 मई के बीच उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों और 2 से 4 मई के बीच ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल के तटवर्ती क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति काफी खराब रहने की आशंका है।
तूफान लहरें चेतावनी
चक्रवाती तूफान फानी Cyclone Fani के प्रभाव से समुद्र में डेढ़ मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं जिसके कारण ओडिशा के गंजम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर के निचले इलाकों के डूब जाने की आशंका है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
मछुआरों को अगले 12 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण- पश्चिमी और उससे सटे दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मछुआरों से कहा गया है कि वे 1 मई तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य क्षेत्र पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों के तथा श्रीलंका केसमुद्री क्षेत्र में न जाएं।
उन्हें 1-3 मई तक बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती क्षेत्रोंमें भी समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
2 -4 मई तक उन्हें ओडिशा के तटवर्ती इलाकों और पश्चिम बंगाल केतटवर्ती इलाकों से भी दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
वे मछुआरे जो अभी गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जा चुके हैं, उन्हें तुरंत वापस लौटने की सलाह दीजाती है।
ओडिशा के गंजम, गजपति, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में तूफान से होने वाले नुकसान का अनुमान और इससे निपटने के लिए आवश्यक सुझाव।
तूफान फानी Cyclone Fani से कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचने तथा बिना रखरखाव वाले पक्के मकानों को भी कुछ नुकसान होने का अनुमान है।
विमानों की उड़ान के लिए भी खतरा है।
तूफान Cyclone Fani के कारण कई स्थानों पर संचार सेवाओं के प्रभावित होने, रेल, और सड़क परिवहन बाधित होने तथा खड़ी फसलों को भारी नुकसान होने की भी आशंका है।
तेज हवाओं के कारण ताड़ और नारियल के पेड़ों तथा कई अन्य घने पेड़ों के जड़ से उखड़ जाने का खतरा है। लहरों की थपेड़ों से बड़ी नौकाओं और जहाजों को भी नुकसान हो सकता है और उनके डूबने का भी खतरा है।
सुझाव:
तूफान के खतरे को देखते हुए मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों को रोकने, तटवर्ती क्षेत्रों को खाली कराने रेल और सड़क परिवहन सेवाओं का मार्ग बदलने या उन्हें स्थगित करने, प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को घरों में रहने तथा मोटर बोट और छोटे जहाजों से समुद्र में यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
ओडिशा के केंद्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर जिलों, पश्चिम बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी मेदीनापुर,दक्षिण और उत्तरी परगना, हुगली, हावड़ा और कोलकाता जिलों तथा आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम,विशाखापट्टनम और विजयनगरम जिलों में तूफान से काफी नुकसान होने की आशंका जताई गई है। खतरे से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है।
तूफान फोनी से कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचने तथा बिना रखरखाव वाले पक्के मकानों को भी कुछ नुकसान होने का अनुमान है। विमानों की उड़ान के लिए भी खतरा है।
लहरों की थपेड़ों से बड़ी नौकाओं और जहाजों को भी नुकसान हो सकता है और उनके डूबने का भी खतरा है। दृश्यता बुरी तरह प्रभावित होने की भी आशंका है।
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