प्रसिद्ध हिंदी फिल्म अभिनेता स्व. विनोद खन्ना को उनकी मृत्यु के बाद भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहब फाल्के’ पुरस्कार प्रदान किया गया है।
कैंसर से जूझते हुए 70 साल की उम्र में अभिनेता विनोद खन्ना का पिछले साल 27 अप्रैल को निधन हो गया था। 65 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार दोपहर की गई। सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार असमिया फिल्म. ग्राम रॉकस्टार को दिया गया है।
स्वर्गीय अभिनेत्री श्रीदेवी को ष्माँष् के लिए मरणोपरांत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में सम्मानित किया गया जबकि रिद्धि सेन को बंगाली फिल्म नगरकिर्तन में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में चुना गया था।
फिल्म न्यूटन को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म चुना गया। दिव्या दत्ता को हिन्दी फीचर फिल्म इरादा में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया।
विभिन्न श्रेणियों में इस साल का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने वालों में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार असमियां फिल्म ‘रॉक स्टार्स’ को मिला है। बेहतरीन लोकप्रिय मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार ‘बाहुबली 2’ को दिया गया है।
पम्पली द्वारा निर्देशित जसारी भाषा की फिल्म ‘सिंजर’ को किसी निर्देशक द्वारा पहली बार निर्देशित की गई सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार से नवाजा गया है।
राष्ट्रीय एकता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए मराठी फिल्म ‘धप्पा’ को नर्गिस दत्त पुरस्कार दिया गया है।
फीचर फिल्मों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार फिल्म ‘भयंकम’ के लिए जयराज को दिया गया है, जबकि गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में बेहतरीन निर्देशन का पुरस्कार नागराज मंजूले ने जीता है।
बीसी अभिलाश निर्देशित मलयालम फिल्म ‘आलोरूक्कम’ ने सामाजिक विषयों पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता है। गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में पिया शा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘वॉटर बेबी’ को किसी निर्देशक द्वारा पहली बार निर्देशित सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है।
फीचर फिल्मों की श्रेणी में संविधान की 8वीं सूची में दर्ज भाषाओं से अलग दूसरी भाषाओं की फिल्मों को भी पुरस्कार दिए गए।
इस श्रेणी में सिंजर को जसरी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म तथा ‘पद्दाई’ को तुलुव भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म और ‘वॉकिंग विथ द विंड’ को लद्दाकी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित किया गया है।
सर्वश्रेष्ठ सिनेमा आलोचक का पुरस्कार ‘गिरिधर झा’ को हिन्दी सिनेमा पर मूल लेखन के लिए प्रदान किया गया है।
स्पेशल मेंशन अवॉर्ड सुनील मिश्रा को सिनेमा पर उनके लेखों के लिए दिया गया है।
बेस्ट बुक ऑन सिनेमा का पुरस्कार बॉबी वाहेंगबाम द्वारा लिखी गई फिल्म ‘मतमागी मणिपुर’ को मिला है। मणिपुरी भाषा में बनी यह पहली फीचर फिल्म है।
फीचर फिल्म की श्रेणी में स्पेशन ज्यूरी का पुरस्कार कौशिक गांगुली द्वारा निर्देशित नगरकिर्तन को दिया गया है। इस फिल्म के निर्माता सनी घोसेरे हैं।
गैर-फीचर फिल्म के श्रेणी में स्पेशल फिल्म का पुरस्कार फिल्म डिविजन द्वारा निर्मित और प्रतीक वत्स द्वारा निर्देशित फिल्म ‘ए वेरी ओल्ड मेन विद इनॉर्मस विंग्स एंड मन्डे’ को दिया गया है।
बच्चों पर बनी बेहतरीन फिल्म का पुरस्कार अमर भारत देओकर द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म ‘मोहरक्या‘ को मिला है। फिल्म ‘कातरू वेलीइदई’ के लिए ए आर रहमान को बेहतरीन संगीत निर्देशन का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है।
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