सुभाष के झा===
मुंबई, 12 सितंबर | शाहरुख खान के साथ भारत में अब तक सबसे कम उम्र के ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता’ के तौर पर नामांकित होने वाले दर्शील सफारी ने बतौर बाल कलाकार फिल्म ‘तारें जमीन पर’ में काम करके उत्कृष्ट अभिनय का एक नया स्तर स्थापित किया है। एक किशोर के रूप में कुछ महत्वपूर्ण भूमिकाएं करने के बाद वह अपने पसंदीदा पेशे में वापस आ गए हैं।
फोटो: फिल्म ‘तारे जमीन पर’ के एक दृश्य में दर्शील सफारी।
जब उनसे कहा गया कि वह बड़े हो गए हैं, यह यकीन करना मुश्किल है तो उन्होंने हंसते कहा कि हालांकि वह अभी भी ‘तारें जमीन पर’ के बच्चे के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन शुक्र है कि यादें अब धुंधली हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि वह कुछ फिल्मों में बतौर बाल कलाकार काम करने के बाद अभिनय के क्षेत्र में ही काम करने को लेकर उन्होंने कुछ तय नहीं किया था। अपने पिता के कहने पर उन्होंने अभिनय से छुट्टी लेकर 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई की और अपने दोस्तों संग आनंद लिया।
उनके अनुसार, कॉलेज में शौकिया तौर पर 30-35 नाटक करने के बाद उन्हें यकीन हो गया कि वह अभिनेता ही बनना चाहते हैं।
नेशनल सेंटर ऑफ परफार्मिग आर्ट्स के नाटक में प्रदर्शन करने का मौका मिलने के बारे में वह बताते हैं कि जब निर्देशक अभिषेक पटनायक ने उन्हें दिलीप व अनंत महादेवन जैसे दिग्गजों के साथ नाटक ‘कैन आई हेल्प यू’ करने का प्रस्ताव दिया, तो उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि यह बहुत मुश्किल होगा। वह इस प्रकार की चुनौती का अपने अभिनय में परिपक्वता के लिए तलाश कर रहे थे।
अपनी भूमिका के बारे में दर्शील ने बताया, “मैं इसमें रिखाब नाम के आक्रामक तेज गेंदबाज का किरदार निभा रहा हूं। मुझे पता है कि तेज गेंदबाज हर लिहाज से आक्रामक होते ही हैं, लेकिन रिखाब का गुस्सा क्रिकेट के मैदान से परे चला जाता है। वह गुस्से में हैं, आक्रोश में हैं, वह अंदर से उत्तेजित है, जब तक उसके साथ कुछ हो नहीं जाता। नाटक के संदर्भ में चरित्र का शानदार विकास हुआ है। मैं इस तरह की भूमिका मिलने से खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं।”
बॉलीवुड फिल्मों में काम करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह जरूर फिल्मों में काम करेंगे, लेकिन वह जल्दबाजी में नहीं हैं। वह मुख्य कलाकार के तौर पर सार्थक भूमिका करना चाहते हैं और वह फिलहाल दो साल तक अपने नाटकों के लिए प्रतिबद्ध हैं। –आईएएनएस
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