मदरसा दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) ने मुसलमानों (Muslims) को शब-ए-बारात (Shab-e-Barat) के अवसर पर मस्जिदों और कब्रिस्तानों में नहीं जाने की सलाह दी है।
दारुल उलूम (Darul Uloom) के एशिया का सबसे बड़ा मदरसा है और सहारनपुर जिले के देवबंद में स्थित है।
दारुल उलूम (Darul Uloom) के ने मुसलमानों को कोरोनावायरस (COVID-19) के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन प्रतिबंधों का पालन करने के लिए कहा है।
File photo Jama Masjid, Delhi
दारुल उलूम (Darul Uloom) के मोहतमीन (कुलपति) मौलाना अब्दुल कासिम नोमानी ने मुस्लिम समुदाय को एक खुले पत्र में कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन कर रखा है।
उन्होंने कहा, इस्लामिक कानून भी यही सलाह देता है और सभी मुसलमानों को लाॅकडाउन का पालन करना चाहिए और लापरवाह नहीं होना चाहिए।
दारुल उलूम (Darul Uloom) के नोमानी ने मुसलमानों से शब-ए-बरात (Shab-e-Barat) पर मस्जिदों और कब्रिस्तानों में नहीं जाने की सलाह दी है।(सौजन्य : आकाशवाणी)
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