नई दिल्ली, 18 अप्रैल (जनसमा)। हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में कुछ सरकारी बैंकों के विलय के बाद अब बैंकिंग क्षेत्र में कुछ सरकारी बैंकों के ‘मर्जर’ की बात शुरू हो गई है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि दो बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) कुछ छोटे बैंकों का मर्जर करा सकते हैं। इसके लिए कंसल्टेशन शुरू हो गया है।
इसी संदर्भ में बैंकिंग इंडस्ट्री में कुछ नई पॉलिसी में बदलाव की भी संभावना है। इस पर अभी विचार-विमर्श का दौर जारी है।
बैंकिंग क्षेत्र में छोटे बैंकों के बड़े बैंकों में विलय की चर्चा पर किसी बैंक ने कोई अधिकृत वक्तव्य नहीं दिया है फिर भी ऐसा माना जाता है कि इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय से सलाह जरूर ली गई होगी।
कुछ आर्थिक समाचार पत्रों ने इस प्रकार के समाचार प्रकाशित किए हैं जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय चाहता है कि सरकारी क्षेत्र के कुछ बड़े बैंक पूरी क्षमता से काम करें और छोटे-छोटे बैंकों को अपने साथ लेकर चलें या उनका ‘मर्जर’ करें। इससे उपभोक्ताओं को न केवल आसानी होगी बल्कि योजनाओं की क्रियान्विति में गति आ जाएगी।
जैसा कि सभी जानते हैं कि कुछ बैंकों की नॉन परफार्मेंस की चर्चा बार-बार होती है। इस समस्या का समाधान भी मर्जर के साथ हो सकता है।
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