नई दिल्ली, 22 मार्च | कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को यह जानना चाहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात को जानते थे कि कानपुर के पास ट्रेन के पटरी से उतरने में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) का हाथ था। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा था कि हाल में रेलवे पटरियों को निशाना बनाने के मामलों की जांच हो रही है। लेकिन, उन्होंने आईएसआई का नाम नहीं लिया था।
बीते साल 20 नवंबर को कानपुर के निकट पुखराया स्टेशन के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस के पटरी से उतरने से 104 लोगों की मौत हो गई थी और 150 अन्य घायल हो गए थे।
शिवसेना के संजय राउत ने सवाल पूछा था कि रेलवे ट्रैक को निशाना बनाने की हाल की घटनाओं में क्या आईएसआई का हाथ है। जवाब में अहीर ने कहा कि मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है।
दिग्विजय सिंह ने कहा, “23 फरवरी को प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक चुनावी सभा में कहा था कि पुलिस को सीमा के पार बैठे लोगों द्वारा रची गई एक बहुत बड़ी साजिश का पता लगा है।”
दिग्विजय सिंह ने कहा, “मेरा सवाल है : प्रधानमंत्री ने जब गोंडा में भाषण दिया, उस वक्त क्या उन्हें कानपुर की घटना में विशेष रूप से आईएसआई और पाकिस्तान का हाथ होने की बात पता थी ? क्या प्रधानमंत्री को सीधे एनआईए से वह जानकारी मिल रही थी जो केंद्रीय गृह मंत्री नहीं जानते थे?”
दिग्विजय सिंह के सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी ने अपने भाषण में खास तौर से आईएसआई का नाम नहीं लिया था।
उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि भारत में अधिकांश आतंकी गतिविधियां पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित होती हैं।” –आईएएनएस
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