नई दिल्ली, 18 जून। इस वित्त वर्ष में 17 जून तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 22.19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि शुद्ध कर संग्रह में वित्त वर्ष 2023-24 के संग्रह की तुलना में लगभग 21 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में 17 जून 2024 तक 53,322 करोड़ रुपये की राशि का रिफंड भी जारी किया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी रिफंड की तुलना में 33.70 प्रतिशत अधिक है।
चालू वित्त वर्ष (2024 -25 ) में सकल और शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि की तुलना में जोरदार वृद्धि देखी गई।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए 17 जून तक प्रत्यक्ष करों के सकल संग्रह के अनंतिम आंकड़े 5.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक हैं, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 4.22 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। शुद्ध कर संग्रह 4.62 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 3.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। यह 20.99 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रत्यक्ष करों के सकल संग्रह (रिफंड के लिए समायोजन से पहले) के अनंतिम आंकड़े पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 4,22,295 करोड़ रुपये की तुलना में 5,15,986 करोड़ रुपये हैं, जो वित्त वर्ष 2023-24 के संग्रह पर 22.19 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
लघु मद के अनुसार संग्रह में 1,48,823 करोड़ रुपये का अग्रिम कर शामिल है; स्रोत पर कर कटौती 3,24,787 करोड़ रुपये; 28,471 करोड़ रुपये का स्व-निर्धारण कर; 10,920 करोड़ रुपये का नियमित निर्धारण कर; और अन्य लघु मदों के तहत 2,985 करोड़ रुपये का कर।
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