अहमदाबाद, 5 अप्रैल। गुजरात बीजेपी को कुछ सीटों पर पार्टी के भीतर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पार्टी के प्रमुख नेता इसका समाधान भी तलाश रहे हैं। वहीँ दूसरी ओर राजकोट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री पुरषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज पर अपनी टिप्पणी से उपजे विवादों के बीच राजकोट में माता आशापुरा मंदिर जाकर चुंदड़ी चढ़ाई और प्रसाद ग्रहण कर चुनाव प्रचार का श्री गणेश कर दिया ।
दिल्ली से कैबिनेट बैठक में भाग लेकर लौटे रूपाला ने एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा कि क्षत्रिय समाज के कई नेता मेरे समर्थन में हैं। इससे यह साफ होगया है की बीजेपी राजकोट में अपना उम्मीदवार नहीं बदलेगी।
गुजराती अख़बारों में छपी ख़बरों में कहा गया है कि रूपाला को लेकर क्षत्रिय समाज का गुस्सा अभी भी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। क्षत्रिय महिला नेता पद्मिनीबा वाला अपनी समर्थक महिलाओं के साथ अन्न-जल त्यागकर धरने पर बैठ गई हैं। राजकोट के रेलनगर इलाके में पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें रूपाला को वोट न देने की अपील की गई है।
गोंडल से भी खबरें आ रही हैं कि रूपाला के खिलाफ गोंडल कोर्ट में मानहानि की शिकायत दर्ज कराई गई है।
रूपाला को लेकर सौराष्ट्र में विरोध चरम पर है, लेकिन दूसरी ओर वडोदरा में एक पाटीदार सम्मेलन में रूपाला को वडोदरा से टिकट देने की मांग की है।
रूपाला के समर्थन में राजकोट और अन्य शहरों में पाटीदारों ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। सोशल मीडिया पर रूपला के पक्ष में पाटीदारों के मैसेज आने शुरू हो गए हैं। एक महिला नेता ज्योति तिलवा ने रूपाला के पक्ष में फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘दो बार माफी मांगने के बाद भी इतना मुद्दा बनाना उचित नहीं है, आइए मेरे भाइयों और बहनों को जगाएं और रूपाला साहब का समर्थन करें।’
कुछ सीटों पर भारी विरोध
गुजरात बीजेपी को कुछ सीटों पर पार्टी के भीतर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पार्टी के प्रमुख नेता इसका समाधान भी तलाश रहे हैं।
स्थानीय नेता, कार्यकर्ता और आम लोग राजकोट, अमरेली, साबरकांठा, वलसाड और सुरेंद्रनगर सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को बदलने की मांग कर रहे हैं।
राजकोट लोकसभा सीट के उम्मीदवार पुरषोत्तम रूपाला की पूर्व टिप्पणियों के खिलाफ क्षत्रिय समाज आग बबूला है। क्षत्रिय समाज के नेता और करणी सेना के गुजरात अध्यक्ष राज शेखावत ने समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के बाद बीते शनिवार (30 मार्च) को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। हालाँकि, रूपाला ने इन टिप्पणियों के लिए दो बार माफी मांगी है, फिर भी प्रतिक्रिया जारी है।
शेखावत ने कहा, “पार्टी नेतृत्व ने रूपाला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, इसलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।”
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