विशेषज्ञों, चिकित्सकों और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल करने वाली सरकारी संस्थओं का कहना है कि सब्जियों और फलों को सेनीटाइजर या साबुन (sanitizer or soap) आदि से नहीं धोना (Do not wash) चाहिए।
आकाशवाणी ने सब्जियों और फलों (vegetables and fruits) को धोने (wash) के बारे में चिकित्सकों की राय का ग्राफिक के रूप में ट्वीट करते हुए कहा है कि सब्जियों और फलों को सैनिटाइजर से नहीं धोएँ।
राममनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. ए के वार्ष्णेय का कहना है कि सब्जियों और फलों (vegetables and fruits) को केवल टंकी के पानी से धोलें (wash) या हल्का गरम करके धोलें।
अमरीका के फूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रशन (FDA_) का कहना है कि यह एक पूर्ण मिथक है कि साबुन, डिटर्जेंट या किसी विशेष तरल से सब्जियों और फलोंसब्जियों और फलोंको साफ (wash) करने की आवश्यकता है।
एफडीए का सुझाव है कि
- सब्जियों या फलों को बहते पानी के नीचे पकड़ते हुए धीरे से रगड़ें। साबुन या इसी तरह के उत्पाद से धोने की कोई आवश्यकता नहीं है।
- यदि धोने के दौरान कोई सड़ा-गला गंदा हिस्सा दिखाई देता है तो उसे खाने से पहले काट कर फैंक देना सबसे अच्छा है।
- यदि आवश्यक हो तो सब्जियों और फलों को धोने के लिए ब्रश या स्पंज का उपयोग करें।
- आलू या गाजर जैसी जड़ वाली सब्जियों की सफाई करते समय सभी गंदगी को हटाने के लिए एक वनस्पति ब्रश या स्पंज का उपयोग किया जाना चाहिए। इसके लिए सब्जी ब्रश का उपयोग करें ।
- खरबूजे और खीरे की सफाई भी इसी तरह कर सकते हैं।
निष्कर्ष यह है कि प्रत्येक सफाई एजेंट यानी साबुन आदि का पानी त्वचा की सतह को प्रभावित करता है।
त्वचा का पीएच बढ़ जाने से शारीरिक सुरक्षात्मक एसिड मेंटल को परेशान करता है और त्वचा की जीवाणु संरचना को बदल देता है।
त्वचा की बैक्टीरियल संरचना और ऊपरी एपिडर्मिस में एंजाइमों की गतिविधि को बदल देता है, जिसमें एसिड पीएच अनुकूल स्थिति में होता है।
इसके अलावा सफाई एजेंट त्वचा की सतह से वसा का विघटन कर त्वचा के जलयोजन स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डिटर्जेंट या इसप्रकार के अन्य साबुन से हाथ धोने या ज्यादा इस्तेमाल करने से कई लोगों की त्वचा पर रेशे पड़ जाते है और उनमें सिकुड़न आजाती है।
इसी तरह सब्जियों की परत पर भी असर होता है। सब्जियाँ साबुन का घोल बर्दाश्त नहीं कर सकती।
उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और सुरक्षा विशेषज्ञ बेंजामिन चैपमैन ने कहा कि डिश साबुन या किसी भी तरह के साबुन का उपयोग हमेशा खानपान की वस्तुओं के लिए हानिकारक रहा है। इससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
उन्होंने कहा ‘‘हम 60 वर्षों से जानते हैं कि घरेलू पकवानों में साबुन के सेवन से विषाक्तता के मामले होते हैं। डिश सोप पीने या इसे खाने से मतली हो सकती है जिससे पेट खराब हो सकता है।’’
उन्होंने कहा ‘‘यह ऐसा यौगिक नहीं है जिससे हमारा पेट स्वीकार करले। ’’
चैपमैन ने लोगों को अपने फलों और सब्जियों को ठंडे पानी से धोने की सलाह दी और कहा कि इससे 90.99 प्रतिशत किटाणु बाहर निकल जाते हैं।
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