उम्मीद की जाती है कि सेप्सिवाक Sepsivac® नाम से एक दवा जल्दी ही बाज़ार में आ जाएगी। इसका उपयोग गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 संक्रमित रोगियों की मृत्यु दर घटाने के लिए किया जासकेगा।
कैडिला फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (Cadila Pharmaceuticals Ltd., Ahmedabad) द्वारा व्यावसायिक रूप से बनाई जाने वाली इस दवा सेप्सिवाक Sepsivac® को बाज़ार में आने की मंजूरी मिल गई है।
भारतीय औषध महानियंत्रक ने इस परीक्षण को मंजूरी दे दी है और अब यह जल्दी ही कई अस्पतालों में शुरु हो जाएगा।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की आज 20 अप्रैल, 2020 को जारी विज्ञप्ति में कहा है कि यह हम सभी के लिए गर्व करने का अवसर है, क्योंकि तमाम प्रयासों के बावजूद ग्राम नेगेटिव सेप्सिस (Gram-negative sepsis) से पीड़ित लोगों की मृत्यु दर घटाने के प्रभावी उपाय के रूप में पूरे विश्व में किसी दवा को आज तक मंजूरी नहीं दी गई थी।
ग्राम नेगेटिव सेप्सिस को रक्त में सूक्ष्मजीवों या उनके उत्पादों के कारण होने वाली प्रणालीगत बीमारी के रूप में परिभाषित किया गया है।
कोविड-19 (COVID-19) का मुकाबला करने में भारत की पहल सीएसआईआर गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 संक्रमित रोगियों की मृत्यु दर घटाने के लिए दवा के प्रभाव का मूल्यांकन करने हेतु कॉम्परेटर नियंत्रित नैदानिक परीक्षण शुरू कर रहा है।
सेप्सिवाक Sepsivac® दवा को रोगियों के लिए बेहद सुरक्षित पाया गया है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
ग्राम-नेगेटिव सेप्सिस के साथ-साथ गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 के रोगियों के शरीर में एक परिवर्तित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है, जो उनके साइटोकाइन प्रोफाइल में बड़े पैमाने पर परिवर्तन का कारण बनता है।
प्रतीकात्मक फोटो
नई खोजी गई दवा सेप्सिवाक Sepsivac® शरीर की इस प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करती है जिससे साइटोकाइन प्रोफाइल में होने वाली उग्र उथल पुथल थम जाती है जिससे उसके मरने का खतरा कम हो जाता और उसकी हालत में तेज सुधार होने लगता है।
सेप्सिवाक Sepsivac® दवा में उष्मा से निष्क्रिय किए गए माइकोबैक्टीरियम डब्ल्यू शामिल हैं। यह रोगियों के लिए बेहद सुरक्षित पाया गया है और इसके उपयोग में किसी तरह का कोई प्रणालीगत दुष्प्रभाव नहीं होता है।
इसके अद्वितीय गुणों में सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा (टीएच वन , टीएलआर टू एगोनिस्ट) को बढ़ावा देना और गैर-सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया (टीएच टू) को बाधित करना शामिल है।
आधुनिक अस्पताल में ग्राम.नेगेटिव सेप्सिस और सेप्टिक शॉक की संबद्ध स्थिति आम घटनाएं हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्राम-नेगेटिव सेप्सिस की अनुमानित घटना प्रति वर्ष तीन लाख से अधिक मामलों तक होती है।
सीएसआईआर ने अपने प्रमुख न्यू मिलेनियम इंडियन टेक्नोलॉजी लीडरशिप इनिशिएटिव (एनएमआईटीएलआई) कार्यक्रम के माध्यम से, ग्राम नेगेटिव सेप्सिस से पीड़ित गंभीर रूप से बीमार रोगियों को बचाने के लिए एक दवा विकसित करने के काम में 2007 से, कैडिला फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के साथ सहयोग किया है।
दवा विकसित करने की समूची प्रक्रिया (पूर्व-नैदानिक और नैदानिक अध्ययन) की निगरानी सीएसआईआर द्वारा नियुक्त निगरानी समिति द्वारा की गई है।
ऐसा माना जा रहा है कि सेप्सिवाक Sepsivac® दवा गंभीर रूप से बीमार रोगियों की मृत्यु दर आधी से भी कम कर देगी।
यह गंभीर रोगियों में अंगो की शिथिलता को भी तेजी से ठीक कर सकती है।
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