जम्मू, 1 नवंबर | पाकिस्तानी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर के कई सीमावर्ती इलाकों में मंगलवार को मोर्टार से भारी गोलों की बौछार कर दी, जिसमें पांच महिलाओं समेत आठ लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी और गोलीबारी की वजह से दर्जनों सीमावर्ती गांवों से लोग सामूहिक पलायन को मजबूर हो गए हैं। हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने और संघर्षविराम उल्लंघन के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हुई है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तानी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित पाकिस्तानी सेना की 14 चौकियों को तबाह कर दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित सांबा जिले के रामगढ़ में छह नागरिकों की मौत हो गई, जबकि नियंत्रण रेखा पर राजौरी में दो लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि रामगढ़ में मरने वालों में एक 16 साल की लड़की और दो महिलाएं शामिल हैं। सीमा पार से हुई गोलीबारी में 15 अन्य आम लोग घायल हुए हैं।
Soldier during an encounter between security forces and separatist guerrillas in Jammu and Kashmir’s Bandipora district on Nov 1, 2016. (Photo: IANS)
प्रवक्ता ने कहा, “सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। हमले में कम से कम दो दर्जन पशु भी मारे गए हैं।”
बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजर्स सुबह से ही रामगढ़ सेक्टर में भारतीय क्षेत्र में नागरिक क्षेत्रों व रक्षा ठिकानों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाने लगे। उन्होंने कहा, “बीएसएफ ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान की 14 चौकियों को कमोबेश तबाह कर दिया।”
अधिकारियों ने कहा कि सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट बसे गांवों के सैकड़ों लोगों को अपना घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है। लोगों ने हर तरह के वाहनों का उपयोग किया है। कुछ लोग पैदल भी पलायन कर गए हैं।
सीमावर्ती इलाके के लोग कटाई के लिए तैयार फसल को लेकर भी चिंतित हैं। अधिकारियों ने जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों के सैकड़ों सीमावर्ती निवासियों के लिए शिक्षण संस्थानों, ग्रामीण विकास विभाग के भवनों और सामुदायिक सभागारों में रहने की अस्थाई व्यवस्था की है।
लोगों के पलायन के बीच अधिकारियों ने सीमावर्ती इलाकों के 174 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने अनेक भारतीय चौकियों पर गोले दागे। कई गोले गावों में गिरे, जिससे दो महिलाओं की मौत हो गई।
जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में गत 18 सितम्बर को एक सैन्य शिविर पर पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले के बाद से सीमा पर झड़पें तेज हो गईं हैं। इस हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे।
इस हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर सर्जिकल कार्रवाई को अंजाम देते हुए आतंकियों के सात लांच पैड नष्ट कर दिए थे और बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया था।
जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान के साथ भारत की 230 किलोमीटर अंतर्राष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा है।
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