नई दिल्ली, 12 मई (जनसमा)। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ के संशय को दूर करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें 7 राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा 48 मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टियों में से 35 के नुमाइंदे शरीक हुए। बैठक की शुरुआत मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के भाषण से हुई। उन्होंने ईवीएम में छेड़छाड़ के अलावा वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के प्रस्तावित इस्तेमाल के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती।
फोटो : सर्वदलीय बैठक का एक दृश्य। (आईएएनएस)
इसके बाद आईआईटी से बुलाए गए आईटी विशेषज्ञों ने प्रतिनिधियों को ईवीएम में इस्तेमाल होने वाले सुरक्षा मानकों के बारे में बताया। बैठक में सभी पार्टियों के नुमाइंदों को बोलने के लिए 5 मिनट का वक्त दिया गया था।
नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के.सी. त्यागी भी शामिल हुए। हालांकि उन्हें किन्हीं कारणों से बैठक बीच में ही छोड़न निकलना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने बताया, “निर्वाचन आयोग के बाद आईआईटी के विशेषज्ञों ने भी राजनीतिक दलों के संदेहों को दूर करने की कोशिश की। देखते हैं, बैठक का क्या नतीजा निकलता है।”
वहीं, राजौरी गार्डन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मंजिन्दर सिंह सिरसा ने कहा, “निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी दी और भरोसा दिलाया कि उनके साथ छेड़छाड़ बिल्कुल नहीं की जा सकती।”
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) तथा उत्तर प्रदेश की विपक्षी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस साल फरवरी-मार्च में पांच राज्यों की विधानसभाओं के लिए हुए चुनाव के बाद ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उनका यह आरोप दिल्ली में हाल ही में संपन्न हुए नगर निगमों के चुनाव के संदर्भ में भी जारी रहा।
आप विधायक सौरभ भारद्वाज दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र के दौरान ‘डेमो’ दे चुके हैं कि ईवीएम से किस प्रकार छेड़छाड़ की जा सकती है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने आप विधायक के ‘डेमो’ को सिरे से खारिज कर दिया है।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि भारद्वाज द्वारा इस्तेमाल किया गया मशीन ईवीएम की तरह दिखता है, लेकिन वह ईवीएम मशीन नहीं है, इसलिए इसका इस्तेमाल कोई भी जादू दिखाने या मशीन के साथ छेड़छाड़ दिखाने के लिए किया जा सकता है।
पिछले महीने निर्वाचन आयोग ने कहा था कि वो ईवीएम पर सवाल उठा रही पार्टियों को मशीनों के साथ छेड़छाड़ का खुला चैलेंज देगी। इसके लिए आयोग ने सभी पार्टियों को मीटिंग में अपने तीन नुमाइंदे भेजने को कहा है। इनमें से एक तकनीकी विशेषज्ञ होगा। चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीनों के लाइव डेमो के लिए इंतजाम किये हैं।
सर्वदलीय बैठक में भाजपा से भूपेन्द्र यादव, जेडीयू से केसी त्यागी, आप से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्र शामिल हुए। लेकिन बैठक में विपक्ष बंटा हुआ नज़र आया। अभी तक ईवीएम में टेंपरिंग की बात कर रहे सौरभ भारद्वाज ने वीवीपैट से चुनाव कराने की बात की। वहीं बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के पक्ष में थी। दूसरी ओर, जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव आयोग विश्वास बहाल करे।
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