नई दिल्ली, 8 फरवरी | भारतीय निर्वाचन आयोग ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) से पार्टी महासचिव के रूप में वी.के. शशिकला के चयन पर स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग ने इस संबंध में पार्टी की निष्कासित सदस्य शशिकला पुष्पा के सवाल पर एआईएडीएमके से स्पष्टीकरण मांगा है। पुष्पा ने पार्टी महासचिव के रूप में वी.के. शशिकला के चयन को लेकर सवाल किए हैं और इस संबंध में आयोग से हस्तक्षेप का अनुरोध किया था।
निर्वाचन आयोग के निदेशक धीरेंद्र ओझा ने आईएएनएस को बताया कि पुष्पा ने निर्वाचन आयोग को इस संबंध में एक दरख्वास्त दी थी।
उन्होंने कहा, “आयोग ने एआईडीएमके को वह याचिका भेजकर उस पर जवाब मांगा है।”
निर्वाचन आयोग के मीडिया प्रभाग के एक अन्य अधिकारी राजेश मल्होत्रा ने कहा कि पत्र पिछले सप्ताह भेजा गया था और उसके बाद से अब तक उस पर ‘कोई प्रगति नहीं हुई।’
उन्होंने इन रिपोर्टों को खारिज किया कि आयोग ने एआईएडीएमके से कहा है कि शशिकला को पार्टी महासचिव बनाने के क्रम में पार्टी नियमों की अनदेखी हुई।
ओझा ने कहा कि आयोग को एआईएडीएमके के नए पदाधिकारियों के नामों की सूची मिली है, जिसमें उस ‘प्रस्ताव की प्रति’ भी है, जो पार्टी की नई प्रमुख के रूप में वी.के. शशिकला के नाम की पुष्टि करता है।
उन्होंने कहा, “(एआईएडीएमके के) प्रस्ताव की प्रति तमिल में है, इसलिए निर्वाचन आयोग ने पार्टी से अंग्रेजी में भी प्रति उपलब्ध कराने को कहा है।”
एआईएडीएमके महासचिव के रूप में शशिकला के चयन के बाद रविवार को उन्हें पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया, जिसके बाद उनके मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया था। लेकिन मंगलवार रात को इसमें उस वक्त महत्वपूर्ण बदलाव आया, जब कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के विरोध में मोर्चा खोलते हुए कहा था कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया गया था। –आईएएनएस
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