नई दिल्ली, 20 मई (जनसमा)। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मुद्दे पर जारी विवाद के बीच छेड़छाड़ की शंकाओं को दूर करने के लिए चुनाव आयोग (ईसी) ने शनिवार को ईवीएम और वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का लाइव डेमो देकर कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। साथ ही चुनाव आयोग ने ईवीएम में टेंपरिंग के आरोप लगाने वाली पार्टियोॆ को तीन जून से ईवीएम को हैक करने या गड़बड़ी करके दिखाने की चुनौती दी है।
फोटो: चुनाव आयोग द्वारा 20 मई, 2017 को बुलाए गए ‘‘ईवीएम चैलेंज’’ पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, नसीम जैदी ईवीएम और वीवीपैट का निरीक्षण करते हुए (फोटोः अमलान पालीवाल/आईएएनएस)
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) नसीम जैदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन लोगों ने ईवीएम पर सवाल उठाया है उन्होंने अभी तक अपने दावों के समर्थन में कोई पुख्ता सबूत नहीं दिए हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा ईवीएम को हैक करने या गड़बड़ी किए जाने की बात को खारिज करते हुए नसीम जैदी ने कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है। चुनावी प्रक्रिया को बेहतर बनाना सभी पक्षों की जिम्मेदारी है और निर्वाचन आयोग इस संबंध में सभी जरूरी कदम उठा रहा है।
जैदी ने बताया कि हालिया विधानसभा चुनाव के बाद इस बारे में कुछ शिकायतें व सुझाव मिले हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रचार गलत है कि ईवीएम विदेश से मंगाई गई हैं। हमारी मशीनें देश में ही तैयार होती हैं और पूरी तरह आधुनिक हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि लोगों की शंकाओं को दूर करने के लिए 2019 से हर चुनाव में मतदाता को वीवीपैट उपलब्ध कराई जाएगी और ऐसा करने वाला भारत एकलौता देश होगा।
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