कोबे (जापान) 12 नवंबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जापान के उद्योगों के साथ अधिक आदान-प्रदान और भागीदारी से भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग(एमएसएमई) क्षेत्र को लाभ होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्मान में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा आयोजित भोज के दौरान यह बात कही। इसके पहले गुजरात सरकार और जापान के ह्योगो प्रांत के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुआ। मोदी ने कहा, “ह्योगो(जापान के प्रांत) में उद्योगों के अधिक व्यवसाय और साझेदारी से जापान और भारत के एमएसएमई क्षेत्र को फायदा होगा।”
मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले वर्ष 2007 और 2012 की अपनी कोबे की यात्राओं को याद किया और कहा कि जापान के इस शहर में भारतीय समुदाय के वाणिज्य एवं व्यापार का लंबा इतिहास रहा है।
उन्होंने कहा, “मैं कोबे के सभी निवासियों को यहां के बंदरगाह के 150 वर्ष पूरा होने पर अग्रिम बधाई देता हूं।”
मोदी ने कहा, “हमारे रिश्ते की विशेषता पूर्ण भरोसा और परस्पर विश्वास है। मैं ह्योगो के गवर्नर तोशिजो इदो के गुजरात के साथ रिश्ते विकसित करने के अहम प्रयासों के लिए धन्यवाद देता हूं।”
इससे पहले शनिवार को जापन यात्रा के तीसरे और आखिरी दिन मोदी ने आबे के साथ शिंकनसेन उच्चगति रेलगाड़ी से टोक्यो से कोबे तक की यात्रा की।
दोपहर के भोज के बाद मोदी ने प्रौद्योगिकी की प्रत्यक्ष रूप से जानकारी लेने के लिए यहां कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज संयंत्र देखा, जहां उच्चगति रेलगाड़ी का निर्माण होता है।
आबे की पिछले वर्ष भारत यात्रा के दौरान जापान ने अहमदाबाद और मुंबई के बीच उच्चगति रेल यातायात विकसित करने का वादा किया था।
मोदी गुरुवार को टोक्यो पहुंचे थे और भारत-जापान द्विपक्षीय वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया था। दोनों देशों के बीच 10 करारों पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें असैन्य परमाणु समझौता भी शामिल है।
मोदी की जापान की यह दूसरी यात्रा है। –आईएएनएस
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