सैफई, 14 नवम्बर | उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने सोमवार को कहा कि सपा के भीतर मनमाने ढंग से टिकटों का वितरण किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि सपा से निष्कासित सभी नेताओं की वापसी हो।
रामगोपाल ने सैफई में सोमवार को पत्रकार वार्ता में मनमाने ढंग से टिकट वितरण का आरोप लगाया। इस दौरान वह काफी भावुक हो उठे। उन्होंने पार्टी का अधिवेशन बुलाने की मांग की।
उन्होंने कहा, “सभी निष्कासित नेताओं की वापसी हो। टिकट वितरण में मुख्यमंत्री की सहमति हो। मुलायम सिंह घोषित करें कि चुनाव अखिलेश यादव की अगुआई में लड़ा जाएगा।”
रामगोपाल ने कहा, “संसदीय दल के नेता पद से हटाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। नेताजी को लोग गलत राय दे रहे हैं। वह मन से काम करते हैं तो उनसे शानदार नेता देश में नहीं है।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विमुद्रीकरण के निर्णय से आम जनता परेशान है। अपने पैसे के लिए देश के आदमी को भिखारी बना दिया।”
रामगोपाल ने कहा कि नेता जी जब बुलाएंगे तभी जाएंगे और अपनी तरफ से कोई बात नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को उन्होंने इटावा में सपा से निष्कासित तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खास सिपहसलार नेताओं के साथ कई घंटे तक वार्ता भी की थी।
रामगोपाल ने आनंद भदौरिया, संजय लाठर, सुनील साजन, अरविंद यादव व उदयवीर सिंह के साथ लंबी मंत्रणा की, जिसमें पार्टी के आंतरिक हालात पर चर्चा करने के साथ ही आगामी रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया गया।
सपा सूत्रों के मुताबिक, जल्द कोई बड़ा फैसला लिया लाएगा, ताकि चुनाव से पहले स्थिति स्पष्ट हो सके। निष्कासित नेताओं की वापसी कराने के अलावा टिकटों के बंटवारे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का दखल बढ़ाने के लिए दबाव बनाया जाएगा। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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