न्यूयॉर्क, 14 नवंबर | आलोचकों ने सोशल मीडिया फेसबुक पर आरोप लगाया है कि उसने अमेरिकी चुनाव को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में करने के लिए राजनीतिक विषयों पर बहुत सारे फर्जी खबरें फैलाई। इसके कुछ ही देर बाद ट्रंप ने कहा है कि इस मंच ने उन्हें जीत सुनिश्चित करने में मदद की। फेसबुक ट्रंप को अमेरिका का 45वां राष्ट्रपति बनाने में अपनी भूमिका से इनकार कर रहा है, लेकिन ऐसा कह पाना उसके लिए कठिन होता जा रहा है, क्योंकि ट्रंप ने ‘सीबीएस 60 मिनट’ कार्यक्रम में रविवार को कहा, “सच्चाई यह है कि हमें बहुमत के रूप में इस तरह की शक्ति फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि से मिली।”
द वर्ज ने ट्रंप के हवाले से कहा है, “मेरा मानना है कि इसने मुझे इन सभी चुनावों में जीत में मदद की, जहां उन लोगों ने मैं जितना पैसा खर्च किया उससे बहुत अधिक पैसे खर्च किए। मेरा मानना है कि उन लोगों के खर्च किए पैसे से सोशल मीडिया की शक्ति अधिक है।”
रपट के अनुसार, चुनाव के ठीक पहले सोशल मीडिया का विशेषाधिकार ट्रंप से छिन गया था, कुछ समय बाद वह फिर से पूर्व की स्थिति में आया, लेकिन ऐसा लगा कि ट्विटर पर लगातार ट्वीट करते रहने वाले ट्रंप ट्विटर और फेसबुक जैसे नेटवर्क पर अपने समर्थकों की संख्या के बारे में बहुत सचेत रहे।
ट्रंप ने विशेष रूप से बताया कि विभिन्न सोशल मीडिया पर उनके 2.8 करोड़ अनुयायी (फॉलोवर) हैं। उन्होंने कहा कि हर दिन और लोग जुड़ रहे हैं।
ट्रंप ने कहा, “ट्विटर, फेसबुक और इस तरह के संचार के कई बहुत अच्छे तरीके हैं। मैं यह नहीं कह रहा कि मैं इनसे प्यार करता हूं, लेकिन खासकर जब आप मुझे कोई खराब खबर या कोई ऐसी खबर देते हैं जो सही नहीं होतीं तो इससे आपके शब्द बाहर आते हैं।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि अब उनके पास अधिकार रहने के बावजूद वह सोशल नेटवर्क का सीमित इस्तेमाल करेंगे।
हाल में आलोचकों ने कहा है कि अफवाहें और गलत जानकारियां बार-बार फेसबुक की ‘ट्रेडिंग टॉपिक्स’ वर्ग में दिखाई जा रही थीं। मुख्य ‘न्यूज फीड’ में फर्जी खबरें भी एक समस्या थीं। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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