वाशिंगटन, 18 फरवरी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को देश के पांच प्रमुख मीडिया संस्थानों को अमेरिकी लोगों का दुश्मन बताया। ट्रंप ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के पाम बीच पहुंचने के बाद ट्वीट कर कहा, “फेक न्यूज मीडिया (न्यूयॉर्क टाइम्स, एनबीसी न्यूज, एबीसी, सीबीएस, सीएनएन) मेरा नहीं, बल्कि अमेरिकी लोगों का दुश्मन है।
हालांकि उन्होंने जल्द ही इस ट्वीट को डिलीट कर दिया और एसबीसी व सीबीएस का नाम हटाकर इस ट्वीट को अलग रुख में पेश किया। उन्होंने इस ट्वीट के अंत में ‘सिक’ शब्द का भी इस्तेमाल किया।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, “ट्रंप का यह ट्वीट मीडिया पर उनके निशाने को दर्शाता है।”
इससे पहले शुक्रवार को अमेरिकी सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैक्कॉनेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं बता दूं कि इन रोजमर्रा के ट्वीट्स का प्रशंसक नहीं हूं।”
ट्रंप ने एक दिन पहले ही व्हाइट हाउस में अपने प्रथम एकल संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी मीडिया को ‘बेहद फर्जी’ और ‘अनियंत्रित’ करार देते हुए उसकी आलोचना की थी। उन्होंने रूस के साथ अपने प्रशासन के कथित संभावित संपर्क की खबरों को भी नकारा था।
इस संवाददाता सम्मेलन के बाद ट्रंप की टीम ने ईमेल सर्वेक्षण के जरिए यह जानना चाहा कि अमेरिकी लोगों की मीडिया के बारे में क्या राय है?
ईमेल के मुताबिक, “मीडिया की इन कारगुजारियों के खिलाफ आप अमेरिकी लोग हमारे आखिरी रक्षा कवच हैं।”
व्हाइट हाउस के मुख्य रणनीतिकार स्टीव बैनन ने पिछले माह ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के एक साथ एक साक्षात्कार में मीडिया को ‘विपक्षी पार्टी’ करार देते हुए कहा था, “मीडिया को शर्मिदा होना, उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए और कुछ देर के लिए अपना मुंह बंद कर औरों को सुनना चाहिए।”
बैनन ने साक्षात्कार में कहा था, “वे इस देश को नहीं समझते। उन्हें अभी तक यह नहीं पता चल पाया कि डोनाल्ड ट्रंप देश के राष्ट्रपति क्यों हैं?”
बैनन के ही बयान को दोहराते हुए ट्रंप ने एक टीवी साक्षात्कार में कहा, “मीडिया कई मायनों में विपक्षी पार्टी है।”
गौरतलब है कि आठ नंवबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद से ही ट्रंप की देशभर की मुख्यधारा के मीडिया समूहों विशेष रूप से ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ और ‘सीएनएन’ से बहस हो चुकी है। –आईएएनएस/सिन्हुआ
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