भोपाल, 03 जून (जनसमा)। मध्यप्रदेश के किसान खेती-किसानी के साथ-साथ दुग्ध व्यवसाय से भी जुड़ेंगे। इसके लिये उन्हें पराग मिल्क फूड प्रायवेट लिमिटेड द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा। सक्षमता प्रमाण-पत्र प्राप्त होने पर किसानों को शासन के सहयोग से खेती-किसानी के साथ दुग्ध व्यवसाय आरंभ करने के लिये हरसंभव सहायता दी जायेगी।
महाराष्ट्र के पिंपलगाँव के एशिया की सबसे बड़ी गौशाला भाग्यलक्ष्मी तथा अम्बेगाँव तहसील के मनसर गाँव स्थित पराग मिल्क फूड प्रायवेट लिमिटेड के दुग्ध संयंत्र का अवलोकन करते हुए शनिवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी दी।
दुग्ध उत्पाद जैसे बटर, पनीर, चीज, दही, सुगंधित दूध व छाछ के संयंत्र का भी अवलोकन कर जानकारी प्राप्त की।
इस गौशाला में लगभग 3 हजार गायों का तकनीकी तौर पर दिन में 3 बार दूध निकाला जाता है, जिसकी प्रतिदिन आवक 20 से 25 हजार लीटर है। मुख्यमंत्री चौहान ने भाग्यलक्ष्मी गौशाला में गोबर गैस, आर्गेनिक खाद, विशिष्ट चारा प्रक्रिया तथा नवीन बछड़े के संगोपन और संवर्धन के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने दुग्ध उत्पादन के बोतल संयंत्र तथा उसकी विशिष्ट विक्रय की प्रक्रिया को भी समझा।
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