दुनिया के अनेक देशों में कूटनीतिक क्षेत्र में ईरान और इजराइल के बीच युद्ध के खतरे की आशंका व्यक्त की जारही है।
इसका ताज़ा कारण इस महीने दमिश्क में ईरान वाणिज्य दूतावास पर हमला है।
इस हमले के जवाब में ईरान ने भी धमकी दी है। इस बीच फ्रांस, भारत, रूस और यूनाइटेड किंगडम सहित कुछ देशों ने अपने नागरिकों को इज़राइल, फिलिस्तीनी क्षेत्रों में यात्रा नहीं करने की चेतावनी दी है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध और ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते युद्ध के खतरे के कारण दुनिया के लगभग सभी देशों में आशंका और असमंजस का माहौल बन गया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने भारतीयों के लिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें ईरान या इजरायल की यात्रा न करने की हिदायत दी गई है।
रूस और जर्मनी ने भी इसी तरह की सलाह जारी की है, जिसमें मध्य पूर्वी देशों से संयम बरतने और अपने नागरिकों को सतर्क करने का आग्रह किया गया है।
इज़राइल और ईरान के बीच युद्ध के बढ़ते खतरों के बीच, रूस और जर्मनी ने 11 अप्रैल को मध्य पूर्वी देशों से संयम बरतने और अपने नागरिकों को सतर्क करने की अपील की।
लुफ्थांसा एयरलाइंस
इज़राइल सुरक्षा उपायों की तैयारी कर रहा है, जबकि जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस ने तेहरान के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं।
शुक्रवार सुबह कहा कि लुफ्थांसा ने सुरक्षा चिंताओं के कारण तेहरान से आने और जाने वाली नियोजित उड़ानों के निलंबन को अगले सप्ताह गुरुवार तक बढ़ा दिया है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार दोपहर को कहा, “मौजूदा स्थिति के कारण, लुफ्थांसा सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद गुरुवार, 18 अप्रैल तक तेहरान से अपनी उड़ानें निलंबित कर रहा है।”
बयान में कहा गया है कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें कहा गया है कि लुफ्थांसा केवल सरकारी आकलन पर निर्भर नहीं है, बल्कि मौजूदा सुरक्षा स्थिति का खुद मूल्यांकन करता है और फिर अपने फैसले लेता है।
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