दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने स्टैंडर्ड फ्लोर बसों (standard floor buses) के तहत 100 नई बसों की खेप को राजघाट डिपो से हरी झंडी (flagged-off) दिखाई।
अगले 6-7 महीनों में 3000 बसें आ रही हैं, जिसमें 1000 इलेक्ट्रिक बसें (electric buses) भी होंगी
ये बसें खास हैं। इन स्टैंडर्ड फ्लोर बसों (standard floor buses) में हाइड्रोलिक लिफ्ट,पैनिक बटन,सीसीटीवी कैमरे,जीपीएस समेत सभी आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं।
इस दौरान परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत व अन्य अधिकारी मौजूद थें। इससे पहले मुख्यमंत्री 25 अक्टूबर को भी 104 नई बसों को द्वारका सेक्टर 22 डिपो से हरी झंडी दिखाए थें।
बसों को रवाना करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जा रहा है, जल्द ही दिल्ली को अपने पब्लिक बस सिस्टम के लिए भी जाना जाएगा।
दिल्ली सरकार अगले 6-7 महीनों में राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 3000 बसें उतारने वाली है। जिसमें से 1000 इलेक्ट्रिक बसें भी दिल्ली में आएंगी।
यह भारत में किसी राज्य में अब तक का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा होगा।
बसें सीसीटीवी कैमरे, पैनिक अलार्म बटन, अलग-अलग एबल्ड के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट और सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
नई क्लस्टर बसों के समय पर रखरखाव के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बसों के फीचर मेंटेंर रहेंगे। पहले सुविधा डिलीवरी की समस्या था। अब ऐसा नहीं होगा। बसों का रखरखाव होगा। जैसे हम अस्पतालों का रखरखाव कर रहे, वैसे ही बसों का भी करेंगे।
स्कूलों और अस्पतालों को बनाए रखने के लिए पिछली सरकारों को भी बजट स्वीकृत किए गए थे, लेकिन केवल इस सरकार ने उस बजट के साथ स्कूलों और अस्पतालों को बेहतर बनाने पर काम किया है। उसी तरह यह सरकार बसों की सभी सुविधाओं का समय पर रखरखाव सुनिश्चित करेगी।
इस तरह की हैं सुविधाएं
आँरेंज कलर की स्टैंडर्ड फ्लोर बसें(standard floor buses) 37 सीटों वाली हैं। सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट है। जिससे दिव्यांग जनों को बस में सवार होने में सहूलियत होगी। इसके अलावा बस में 14 पैनिक बटन लगाए गए हैं। हर साइड में 7-7 पैनिक बटन हैं। इसके साथ ही तीन सीसीसीटीवी कैमरे अंदर लगाए गए हैं।
स्टैंडर्ड फ्लोर बसें(standard floor buses) की मुख्य विशेषताएं हैं:
– व्हील चेयर से चलने वाले सवारियों के बोर्डिंग और अलाइटिंग की सुविधा के लिए अलग-अलग एबल्ड पर्सन के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट्स
– महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे
– हूटर के साथ पैनिक बटन
– बस की ट्रैकिंग के लिए जीपीएस सिस्टम
– आरामदेह सीटें
पैनिक बटन
– हर बस में यात्री केबिन में विभिन्न प्वाइंट पर यह पैनिक बटन होंगे। एक बार जब कोई यात्री पैनिक बटन दबाएगा, तो बस का सीसीटीवी फुटेज सीधे सेंट्रल कमांड सेंटर पर चला जाएगा और पुलिस हॉटलाइन तुरंत सक्रिय हो जाएगी। बस का जीपीएस लोकेशन स्वत बैकएंड तक पहुंच जाएगा। पैनिक बटन हर बस में सीसीटीवी और जीपीएस के ज्वाइंट सेट के साथ हैं।
स्टैंडर्ड फ्लोर बसें(standard floor buses) इन रूटों पर चलेंगी :
- नरेला से मोरी गेट टर्मिनल – 18
- पल्ला से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन – 17
- निलवाल से करमपुरा टर्मिनल – 6
- उत्तम नगर टर्मिनल से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम – 8
- नरेला से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन – 12
- आदर्श नगर से केंद्रीय टर्मिनल – 19
- नागलोई से नरेला – 20