पटना, 22 अगस्त | बिहार के पटना में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस बीच पटना शहर पर भी बाढ़ का खतरा बरकरार है। इधर, सोन नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार को सुबह सात बजे पटना के गांधीघाट में गंगा का जलस्तर 50.28 मीटर रिकॉर्ड किया गया। इस बीच, बाढ़ के खतरे को देखते हुए पटना में गंगा से सटे क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल जाने से दीघा-कुर्जी इलाके के सभी विद्यालयों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
फोटो: बिहार में आई बाढ़ का एक दृश्य। (आईएएनएस)
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लाखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार में कमोबेश बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिले के दियारा क्षेत्र बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। बाढ़ से प्रभावित जिलों में बचाव एवं राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 82 राहत शिविरों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें 15,000 लोग रह रहे हैं। इन क्षेत्रों में 1,326 नावों का संचालन किया जा रहा है।
पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक राज्य में गंगा, पुनपुन, बूढ़ी गंडक और सोन नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त एक सहायक अभियंता ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि सुबह इंद्रपुरी बैराज में सोन नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सुबह छह बजे इंद्रपुरी बैराज के पास सोन नदी का जलस्तर 2.57 लाख क्यूसेक था, वहीं सुबह नौ बजे यहां का जलस्तर 2.61 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि गंगा नदी बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि पुनपुन नदी श्रीपालपुर में और बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
इधर, पटना के जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया कि सोमवार और मंगलवार को सेंट माइकल, डॉन बास्को, बीडी पब्लिक और लोयला हाईस्कूल बंद रहेंगे। सेंट माइकल के प्राथमिक व हाई स्कूल दोनों बंद रहेंगे। इन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के चलते ट्रैफिक भी रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों तक लाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर लोगों को खासकर दियारा क्षेत्र के लोगों को राहत शिविरों में पहुंचने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि सेना को अलर्ट पर रखा गया है। एयरलिफ्ट की आवश्यकता पड़ी तो उसकी भी तैयारी पूरी है। मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि शहर सुरक्षित है। एहतियातन चौकसी बरती जा रही है। –आईएएनएस
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