बलिया, 27 अगस्त । उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने यहां शुक्रवार को कहा कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति बहुत गंभीर है। इस साल गंगा नदी में उम्मीद से अधिक बाढ़ आई है। बलिया में करीब दो लाख लोग प्रभावित हैं। पशु भी प्रभावित हुए हैं। शिवपाल ने कहा कि लेखपाल से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक परिवार तक राहत सामग्री पहुंचेगी। राहत कार्य में कोई कमी नहीं आएगी।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद सिंचाई मंत्री ने कहा कि इस आपदा में जनप्रतिनिधि एवं समाज के लोग पीड़ितों की मदद करेंगे।
बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने आए शिवपाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान मंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य को युद्धस्तर पर करने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया।
उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए धन की कमी नहीं होगी। बाढ़ में घिरे लोगों को सबसे पहले राहत सामग्री पहुंचे। मंत्री ने बलिया में आजमगढ़ मंडल के कमिश्नर को कैम्प करने और मंडल स्तरीय अधिकारियों को भी राहत कार्य में लग जाने का निर्देश दिया।
सिंचाई मंत्री ने पीड़ित परिवारों को 20 किलो आटा, 20 किलो चावल, 4 किलो दाल, 5 लीटर मिट्टी तेल, 15 किलो आलू तथा नमक, साबुन के अलावा पशुओं के लिए भूसा/चारे की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने कम से कम 15 दिन का राशन आदि सामग्री पीड़ित परिवारों को पहुंचाने का निर्देश दिया।
सिंचाई मंत्री ने ग्राम प्रधानों के माध्यम से भोजन बनवाकर पीड़ित परिवारों को पहुंचाने का निर्देश डीपीआरओ को दिया। उन्होंने लेखपालों से सूची लेकर चारा पहुंचाने को कहा।
मंत्री ने सीएमओ को बाढ़ से घिरे गांवों में छोटी-छोटी मेडिकल टीम बनाकर आवश्यक दवा का वितरण कराने का निर्देश भी दिया।
बैठक में जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने नदियों के जलस्तर, प्रभावित गांवों, तहसील, जनसंख्या एवं राहत एवं बचाव कार्य की पूरी जानकारी दी। चीफ इंजिनियर सिंचाई ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के किये गये उपायों की जानकारी दी। कहा कि 20 जगह पानी के रिसाव को रोक दिया गया है।
सीएमओ डॉ. पी.के. सिंह ने चिकित्सा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फॉगिंग, डॉक्टर, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पर्याप्त मेडिकल टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है। चार मोबाइल मेडिकल टीम लगी है।
वहीं, डीपीआरओ ने बताया कि प्रधानों को भोजन बनवाकर वितरण कराने का निर्देश दिया गया है। जल निगम के अधिशासी अभियंता ने पेयजल व्यवस्था तथा जिला पूर्ति अधिकारी ने मिट्टी तेल व डीजल पेट्रोल आदि के व्यवस्था के बारे में जानकारी दी।
बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, विधायक जयप्रकाश अंचल, प्रमुख सचिव सिंचाई सुरेश चंद्रा, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी, अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल, मुख्य राजस्व अधिकारी बी.राम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।(आईएएनएस/आईपीएन)
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