जयपुर, 30 जुलाई (जनसमा)। राजस्थान के कुछ इलाकों में बाढ़ के कारण गंभीर स्थिति बनी हुई है। बुरी तरह प्रभावित जिलों में 16 व्यक्तियों कीे मृत्यु होगई है। 6 हेलीकॉप्टर तथा सेना को अलर्ट रखा गया है।
राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी भाग के कई इलाकों में लगातार वर्षा होरही है सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। जालौर, पाली, सिरोही, झालावाड़, बूंदी और कोटा में पिछले 24 घंटों के दौरान अच्छी बारिश हुई है।
बाढ़ के कारण गंभीर रूप से प्रभावित तीनों जिलों जालौर, पाली, सिरोही में 20 राहत कैम्प स्थापित किये गये हैं, जिनमें 556 लोगों को राहत प्रदान की गई है। कुल 1107 व्यक्तियों को सुरक्षित बचाया जा चुका है।
फाइल फोटो : सिरोही जिले में बादल और बरसात
बाढ़ के हालातों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में उनके सरकारी आवास पर एक बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि प्रभावित जिलों में 16 व्यक्तियों कीे मृत्यु हुई है।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से इस जनहानि के लिए 64 लाख रुपये से अधिक की राशि मुआवजे के रूप में दी गई है। अकेले जालौर जिले में पशुधन संरक्षण के लिए 19 करोड़ रूपये की राहत दी जा चुकी है।
जालौर के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें, आर्मी की तीन टीमें, एसडीआरफ की एक टीम तथा दो हेलीकॉप्टर राहत कार्याें के लिए उपलब्ध हैं।
इसी प्रकार, पाली के लिए एनडीआरएफ की एक टीम तथा एसडीआरफ की एक टीम तथा 24 होमगार्ड सहित आर्मी की एक टीम उपलब्ध है।
इसके अलावा, सिरोही और जालौर के लिए गाजियाबाद से एनडीआरएफ की दो अतिरिक्त टीमें 24 जुलाई से ही उपलब्ध है।
विभाग के अधिकारियों ने एनडीआरएफ मुख्यालय दिल्ली से बात कर चैन्नई से भी अतिरिक्त राहत बचाव दलों की मांग की है। इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर कोटा, उदयपुर, जालौर, सिरोही, तथा अन्य जिलों में त्वरित गति से राहत एवं बचाव कार्य करने के लिए 6 हेलीकॉप्टर तथा सेना को अलर्ट रखा गया है।
सभी प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्याें के लिए चिकित्सकों एवं अन्य विभागों के अधिकारियों के अवकाश निरस्त कर दिये गये हैं। कुल 150 मेडिकल टीमों के साथ-साथ वेटनरी टीमों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। जिला कलक्टर, जालौर की मांग पर 20 मैट्रिक टन पशु आहार राजफैड़ द्वारा रवाना कर दिया गया है।
पश्चिमी राजस्थान के जवाई बांध इलाके में भारी बारिश हुई है और बांध के भराव क्षेत्र में जलस्तर बढ़ जाने से बाढ़ की स्थिति बन गई है।
अधिकृत जानकारी के अनुसार बांध से 70,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका हे। भारी बारिश ने पड़ोसी जिलों पाली और सिरोही में सामान्य जीवन को भी प्रभावित किया है। बाढ़ग्रस्त गांवों में राहत और बचाव कार्य चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और मंत्रियों और अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने का निर्देश दिया।
सिरोही, पाली और जालोर जिलों में भारी बारिश के बाद उत्तर पश्चिमी रेलवे ने चार ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है।
फोटो सौजन्य: जनसंपर्क विभाग सिरोही जिले की वेबसाइट से
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