केरल में भीषण बाढ़ और बारिश से अब तक लगभग 195 लोग मारे गये हैं। केन्द्र और राज्य सरकारो की सभी एजेंसिया बचाव और राहत के अभियान में दिन-रात जुटी हुई हैं।
लगभग 5000 राहत शिविरों में 7 लाख से ज्यादा लोग अभी भी शरण लिये हुए हैं। लाखों लोगों के घर बार बह गए हैं और वे निराश्रित होगए हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक के जे रमेश ने कहा कि केरल में इस महीने 9 अगस्त के बाद पहली बार गंभीर चेतावनी का लाल निशान हटा दिया गया है।
आलप्पुझा, पठानमथिट्टा और एर्नाकुलम जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बाढ़ प्रभावित केरल में सोमवार से कोच्चि नेवल बेस से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू की जा रही है।
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित सभी कस्बों और शहरों को युद्ध स्तर पर साफ किया जाएगा। पेरियार नदीए, इडुक्की और मुलपेरियार बांधों में जल के स्तर में कमी आई है।
केरल में बचाव और राहत कार्य फोटो एआरआई से साभार
चेंगानूर, चालाकुडी, अलुवा, आलप्पुझा और पठानमथिट्टा सहित सबसे खराब प्रभावित स्थानों में बचाव अभियान जारी हैं और हजारों को बचाया गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने कहा है कि “प्रधानमंत्री के मार्ग-दर्शन के अंतर्गत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय केरल में बाढ़ राहत उपायों में हर प्रकार की सहायता कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम केरल में बाढ़ की स्थिति पर नियमित रूप से निगरानी रख रहे हैं।
सचिव (स्वास्थ्य) राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और बीमारी निगरानी नेटवर्क के ज़रिए स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं।”
मंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वयं केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा के साथ फोन पर बातचीत की है और वे व्यक्तिगत रूप से स्थिति की देखरेख कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए 3757 चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं।
केरल सरकार के अनुरोध के अनुसार 90 तरह की दवाइयां अपेक्षित मात्रा में राज्य को उपलब्ध कराई गई हैं। दवाओं की पहली खेप कल राज्य में पहुंच जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय अन्य राज्यों के साथ भी समन्वय कर रहा है, जिन्होंने वायदा किया है कि वे दवाएं उपलब्ध कराएंगे ताकि उनकी आपूर्ति बढ़ाने में बढ़ोतरी की जा सके।
संचारी रोगों पर नियंत्रण और उनकी रोकथाम, सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता के उपायों और मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण के बारे में स्वास्थ्य चेतावनियां तैयार की गई हैं राज्य सरकार को भेजी गईं हैं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य सरकार से सलाह मशविरा करके महामारी की आशंका वाले क्षेत्रों में चिकित्सा टीमें तैनात करेगी ताकि तीव्र स्वास्थ्य मूल्यांकन किए जा सकें।
राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल ढांचे को जो क्षति पहुंची है उसमें मदद के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत सहायता प्रदान की जाएगी।
खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने आज सभी खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों से अपील की कि वे संसाधित खाद्य उत्पादों का दान करके केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता करें।
एक बयान में, उन्होंने कहा, आईटीसी और ब्रिटानिया द्वारा केरल सरकार को उनके अनुरोध के बाद तीन लाख बिस्कुट पैकेट पहले से ही वितरित किए जा चुके हैं।
Follow @JansamacharNews