अमृतसर, 10 नवंबर| स्वर्ण मंदिर प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि वे श्रद्धालुओं से विमुद्रीकृत नोटों को चढ़ावे या दान के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगे। स्वर्ण मंदिर में रोजाना 1,00,000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं, जो लाखों रुपये नकद मंदिर में देते हैं।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमने अपने कर्मचारियों से कहा है कि ‘प्रसाद’ और पूजा काउंटरों पर विमुद्रीकृत नोट स्वीकार न करें।”
उन्होंने कहा कि वे ‘गुल्लक’ या दान-पत्र में श्रद्धालुओं को 500 और 1,000 रुपये का चढ़ावा चढ़ाने से नहीं रोक सकते।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी ने पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में अपने संस्थानों को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को प्राथमिकता के आधार पर संबंधित बैंकों में जमा कराने के निर्देश दिए हैं । –आईएएनएस
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