केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने उत्तराखंड के ऋषिकेश (Rishikesh) में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ((AIIMS) के दीक्षांत समारोह(convocation ceremony) में अध्यक्ष पद से संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रत्येक गांव (Village) में कम से कम एक डॉक्टर (doctor) और संभाग में कम से कम एक स्नातकोत्तर डॉक्टर सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि एम्स महज एक अस्पताल नहीं है बल्कि यह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक संपूर्ण अनुसंधान, प्रशिक्षण एवं सेवा प्रदान करने वाला संस्थान है।
गृह मंत्री ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले डॉक्टरों (doctors) को सलाह दी कि वे केवल अपनी आय अथवा पोस्टिंग के बारे में ही न सोचें, बल्कि भारत के लिए एक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखें।
शाह ने कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान 157 नए मेडिकल कॉलेजों की मंजूरी दी गई और उन्हें तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येकराज्य में एक एम्स सुनिश्चित करना सरकार का सपना है।
अमित शाह ने यह भी कहा कि पिछले छह वर्षों में एमबीबीएस की 29,000 नई सीटें और चिकित्सा स्नातकोत्तर की 17,000 नई सीटें सृजित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि नीति आयोग स्नातकोत्तर के लिए 10,000 अन्य सीटें सृजित करने के लिए एक योजना पर काम कर रहा है।
शाह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य संबंधी कल्याणकारी योजना है जिसमें जटिल तृतीयक देखभाल भी शामिल है और इसे डॉक्टरों (doctors) के लिए एक प्रमुख अवसर कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश राज्यों ने इस योजना को क्रियान्वित किया है और कुछ ने इस योजना में वृद्धि भी की है।
उन्होंने उल्लेख किया कि 91 लाख से अधिक रोगियों ने ऑपरेशन के लिए इस योजना का लाभ उठाया है।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल “निशंक” और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उपस्थित थे।
Follow @JansamacharNews