सरकार ने महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध रिपोर्ट करने के लिए एक साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल बनाने का फैसला किया है। महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराध रोकने के लिए एक समर्पित साइबर अपराध प्रयोगशाला की स्थापना भी की जाएगी।
यह जानकारी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 10 फरवरी को अहमदाबाद में दी। वे 24वीं अखिल भारतीय फोरेंसिक साईंस सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आधुनिक समय में हमे अपनी साइबर फोरेंसिक क्षमताओं में बढोतरी करने की आवश्यकता है। साइबरस्पेस ने नए आयाम जोड़े हैं और नई जटिलताएं पैदा की हैं। पारंपरिक नीति निर्माण साइबरस्पेस में अपराध को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
सिंह ने कहा कि साइबर फोरेंसिक विशेषज्ञों ने हमारे युवाओं को कट्टरपंथी होने से रोकने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कई देशों ने सफलतापूर्वक अपराध के खिलाफ अपनी लड़ाई में फोरेंसिक डीएनए डाटाबेस का उपयोग किया है। केंद्र सरकार अपराध नियंत्रण के लिए एक वृहद अवसंरचना का निर्माण करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने विश्वविद्यालयों से फोरेंसिक पर एक समान सिलेबस का निर्माण करने की अपील की ।
उन्होंने कहा कि पता लगाना अपराध नियंत्रण के लिए आवश्यक है। फोरेंसिक विशेषज्ञ पता लगाने, जांच करने एवं अपराधियों की पहचान करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
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