केन्द्र सरकार सशस्त्र बलों (Armed forces) के दिग्गजों के साथ नियमित रूप से संवाद करेगी और उनके मुद्दों को हल करने की दिशा में कारगर तरीके से कदम उठायेगी।
भूतपूर्व सैनिकों के एक संगठन ‘वेटरन्स इंडिया’ (Veterans India) द्वारा आयोजित कारगिल विजय दिवस के अवसर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार 21 जुलाई को कहा कि सरकार सशस्त्र बलों (Armed forces) के दिग्गजों के साथ नियमित रूप से बातचीत करेगी और उनके मुद्दों पर पूर्ण समर्पण से काम करेगी।
उन्होंने कहा कि मैं आपके लिए काम करूंगा। मुझे विश्वास है कि हम सफल होंगे।
रक्षा मंत्री ने कारगिल युद्ध (Kargil War) और इससे पहले हुए युद्धों के दौरान भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई वीरताए युद्ध और बलिदान की भावना की प्रशंसा की।
जम्मू कश्मीर में द्रास (Dras) की 20 जुलाई, 2019 की अपनी यात्रा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान बहादुर सिपाहियों द्वारा किए गए अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान की कहानियों का स्मरण किया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों के (Armed forces) बहादुर सिपाहियों ने सभी बाधाओं को पार करते हुए दुश्मन के साथ बहादुरी से लड़ाई करते हुए एक के बाद एक पर्वत चोटी को अपने कब्जे में किया। वे डरना नहीं जानते थे और उन्होंने देश की सेवा करते हुए मौत को गले लगा लिया। देश इन बहादुर सपूतों के सम्मान में सिर झुकाता है।
पद ग्रहण करने के तुरंत बाद सियाचीन (Siachen ) की अपनी यात्रा के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सैनिक निर्णय लेने की प्रक्रिया के केन्द्र में बना रहेगा। बालाकोट हमलों ( Balakot strikes) के बाद सशस्त्र बलों में देश का विश्वास और गर्व बढ़ा है।
रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर शहीद जवानों के परिवार जनों को भी सम्मानित किया।
‘वेटरन्स इंडिया’ के संरक्षक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जी डी बख्शी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, वेटरन्स इंडिया बीके मिश्रा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
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